नई दिल्ली. भारत में पेट्रोल और डीज़ल की आसमान छूती क़ीमतें सुर्खियां बटोर रही हैं. भारत में पेट्रोल की क़ीमत 80 रुपए के क़रीब – कुछ शहरों में थोड़ा कम और कुछ में थोड़ा ज़्यादा- पहुंच गई हैं. लेकिन अलग-अलग कारणों से दुनिया के कई देशों में पेट्रोल की कीमतें अलग-अलग हैं.

पेट्रोल की कीमत कई बातों पर निर्भर करती है. मसलन किसी देश की सरकार कितनी सब्सिडी देती है, कितना टैक्स लगाती है, महंगाई बढ़ने से रोकने के लिए कैसी नीतियां अपनाती है आदि. इससे भी फर्क पड़ता है कि किसी देश के यहां तेल कहां से आता है, वो इसका उत्पादन ख़ुद करता है या किसी और देश से खरीदता है. इसीलिए कई बार दो देशों की पेट्रोल की कीमतों में भारी अंतर होता है.

उदाहरण के लिए अगर नीदरलैंड्स में पेट्रोल की कीमतें बहुत ज़्यादा है और बोलीविया में बहुत कम. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि डच लोगों के लिए पेट्रोल बहुत महंगा और बोलीवियाई लोगों के लिए बहुत सस्ता है.

वेनेज़ुएला
वेनेजुएला ऐसा देश है जहां दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल मिलता है. यहां पेट्रोल की कीमत सिर्फ़ 67 पैसे प्रति लीटर है. लेकिन आर्थिक संकट से जूझ रहे वेनेजुएला में पेट्रोल इतना सस्ता कैसे है? दरअसल वेनेजुएला में धरती का सबसे बड़ा तेल भंडार है. और अर्थव्यवस्था के चरमराने के बावजूद वेनेजुएला की सरकार ईंधन पर सब्सिडी देती है.

सऊदी अरब
सऊदी अरब में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल का भंडार है, लेकिन पेट्रोल की कीमत के मामले में ये देश 13वें नंबर पर आता है. यहां एक लीटर तेल की कीमत वेनेजुएला से 54 गुना ज़्यादा यानी 36.40 रुपए है.

ईरान, सूडान, कुवैत
ईरान में भी पेट्रोल बहुत सस्ता है. यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 18.88 रुपए है. जबकि सूडान में पेट्रोल की कीमत 22.93 रुपए प्रति लीटर है. दोनों ही देश एशिया और अफ्रीका के सबसे बड़े तेल उत्पादक देश हैं. कुवैत की बात करें तो यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 23.59 रुपए है.

आइसलैंड
पेट्रोल ख़रीदने के लिए आइसलैंड सबसे महंगा देश है. ग्लोबल पेट्रोल प्राइस के मुताबिक, यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत 144.96 रुपए है.

हॉन्गकॉन्ग
चीनी क्षेत्र हॉन्गकॉन्ग पेट्रोल की कीमत के लिहाज़ से दूसरी सबसे महंगी जगह है. यहां एक लीटर पेट्रोल 144.31 रुपए में मिलता है. ये कीमत वेनेजुएला की कीमत से 194 गुना ज़्यादा है.

नॉर्वे
महंगे पेट्रोल वाले देशों की लिस्ट में सबसे ज़्यादा चौंकाने वाला नाम नॉर्वे का है. ये देश खुद सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से एक है, इसके बावजूद यहां पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 138.20 रुपए है. नॉर्वे में पेट्रोल महंगा होने की वजह ये है कि यहां की सरकार चाहती है कि लोग अपनी कारों का कम इस्तेमाल करें और सार्वजनिक परिवहन का ज़्यादा. इसी वजह से नॉर्वे की सरकार ने तेल पर भारी टैक्स लगाया हुआ है.

नॉर्वे तेल का निर्यात करके जो पैसा कमाता है उसे वो अपनी अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने में लगा देता है. ताकि जब किसी दिन तेल का भंडार खत्म हो जाएगा तो वो खुद को संभाल सके. यही बात नीदरलैंड्स, मोनाको, ग्रीस और डेनमार्क पर भी लागू होती है. नीदरलैंड्स पेट्रोल की सबसे ज़्यादा कीमतों वाले देश की लिस्ट में चौथे नंबर पर है. यहां एक लीटर तेल की कीमत 132.80 रुपए है.

वहीं मोनाको, ग्रीस और डेनमार्क में ये कीमत 129.43 रुपए प्रति लीटर है. ये तीनों देश कीमत के हिसाब से पांचवे नंबर पर है. इसराइल में पेट्रोल की कीमतें 125.38 रुपए प्रति लीटर हैं. सबसे ज़्यादा कीमतों वाली सूची में इसराइल 10वें नंबर पर है. यहां ज़्यादा कीमतों की वजह ये है कि इसराइल अपने यहां बहुत कम तेल का उत्पादन करता है, वो ज़्यादातर तेल दूसरे देशों से खरीदता है.