नई दिल्ली। अफगानिस्तान से भारत में तरल हेरोइन की तस्करी करने वाले एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है, जिसमें एक अफगान नागरिक सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. चारों आरोपियों की पहचान परवेज आलम उर्फ जावेद उर्फ डॉक्टर (51 साल), अफगान नागरिक नसीम बरकाजी (30 वर्ष), शमी कुमार उर्फ शमी (32 वर्ष) और रजत गुप्ता के रूप में हुई है.

130 करोड़ रुपए की 21 किलो हेरोइन बरामद

परवेज आलम अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का प्रमुख सदस्य था, क्योंकि वह तरल हेरोइन को संसाधित करता था, उसे पाउडर में परिवर्तित करता था और उसे वितरित करता था. इसे विभिन्न हवाई और समुद्री मार्गों से तस्करी किया जाता था और बरकाजी द्वारा प्राप्त किया जाता था. भारतीय महिला से शादी करने वाला बरकाजी अपनी पत्नी की बीमारी के बहाने यहां आया था. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन 4 ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में 130 करोड़ रुपए की 21 किलो हेरोइन बरामद की है.

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पुलिस ने कई टीमों को किया था तैनात

अधिकारी ने कहा कि उत्तर भारत में सक्रिय मादक पदार्थों के तस्करों और आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ अभियान जारी रखते हुए नशीली दवाओं के स्मगलर्स को पकड़ने और उन पर कार्रवाई योग्य इनपुट इकट्ठा करने के लिए कई टीमों को तैनात किया गया था. उन्होंने बताया कि एक तस्कर के संबंध में विशेष जानकारी प्राप्त हुई, जिसके बाद पुलिस टीमों ने जाल बिछाया और कड़कड़डूमा क्षेत्र से अफगान नागरिक को पकड़ लिया गया. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी सिंडिकेट का हिस्सा है और अफगानिस्तान में स्थित अपने सहयोगियों के इशारे पर काम करता है.

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तलाशी के दौरान कुल 7.4 किलो हेरोइन और 1.25 लाख रुपये नकद बरामद

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उसने आगे खुलासा किया कि उसका सहयोगी आलम उर्फ डॉक्टर हेरोइन बनाने और मिलाने में उसकी मदद करता है और फिलहाल उसके पास बड़ी मात्रा में हेरोइन पड़ी है. इस खुलासे को आगे बढ़ाते हुए पुलिस टीम को आलम के ठिकाने पर भेज दिया गया और भजनपुरा में छापेमारी की गई, जहां तलाशी के दौरान कुल 7.4 किलो हेरोइन और 1.25 लाख रुपये नकद बरामद किया गया. दोनों आरोपियों से लगातार पूछताछ के दौरान पता चला कि इनकी सांठगांठ पूरे भारत में फैली हुई है और इसकी जड़ें पंजाब में गहरी हैं.

चारों आरोपी अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी सिंडिकेट के थे सदस्य

पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ तस्करी सिंडिकेट के सदस्य थे और उनकी आपूर्ति का प्रमुख स्रोत अफगानिस्तान से है, जहां अफीम की खेती बहुतायत में होती है. अफगानिस्तान से तस्करी कर लाए गए तरल पदार्थ को संसाधित करने के बाद पंजाब, दिल्ली और अन्य राज्यों में देश भर में फैले उनके कूरियर और वितरकों के माध्यम से अच्छी गुणवत्ता वाली हेरोइन वितरित की जाती है.