जांजगीर-चांपा. आज के बदलते दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं का माहौल बदला है. परीक्षा देने वालों की संख्या बढ़ी है. प्रतियोगिता का स्तर कड़ा हो गया है. ऐसे में प्रतिभागियों की सफलता में सटीक रणनीति के साथ सही किताबें और तैयारी के लिए अनुकूल माहौल बड़ी भूमिका निभाता है. बड़े शहरों में इसके लिए बड़ी बड़ी लाइब्रेरी हैं. जहां छात्र दिनभर बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं. ऐसी एक लाइब्रेरी रायगढ़ में भी तैयार हो चुकी है. जिला लाइब्रेरी रायगढ़ को हाईटेक बनाया गया है. छात्रों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गई हैं. जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 1 जून को करेंगे.

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की विशेष पहल पर जिला ग्रन्थालय को पूरी तरीके से रिनोवेट कर दिया गया है. यहां छात्रों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गई हैं. किताबें और फर्नीचर भी अपग्रेड किया गया है. इंटरनेट की व्यवस्था की गई है. जिससे शहर में बच्चों को पढ़ाई लिखाई के साथ प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए एक अनुकूल जगह मिले.

हाईटेक हुई 68 साल पुरानी लाइब्रेरी

रायगढ़ का पुस्तकालय 68 वर्ष पुराना है. जिला गजेटियर के मुताबिक सन 1955 में इसकी स्थापना की गई थी. सन 1964-65 में शासकीय पुस्तकालय, रायगढ़ में लगभग 7,000 पुस्तकें थीं और इसके 281 सदस्य थे. आज लाइब्रेरी में 23 हजार से ज्यादा किताबें पढ़ने के लिए उपलब्ध है. लाइब्रेरी को आधुनिक तकनीकों से अपग्रेड किया गया है. पूरा कैंपस वाईफाई युक्त है. ऑनलाइन पढ़ाई के लिए 20 कंप्यूटर लगाए गए हैं. लाइब्रेरी में स्टडी मेटेरियल प्रिंट करने की भी सुविधा छात्रों को मिलेगी. इसके अलावा यहां एक डिजिटल क्लासरूम बनाया गया, जिसमें आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर एक साथ 30 छात्र पढ़ाई कर सकेंगे. ग्रुप स्टडी के लिए भी कमरे बनाए गए हैं.


एक साथ पढ़ सकेंगे 250 बच्चे

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा की विशेष पहल से जिला ग्रन्थालय एक नए स्वरूप में सामने हैं. आज के प्रतियोगी माहौल में तैयारी के लिए सभी जरूरी संसाधनों की व्यवस्था यहां की गई है. यहां एक साथ करीब 250 बच्चों के बैठने की सुविधा है. यहां एयरकंडीशंड स्टडी रूम तैयार किए गए हैं.

बड़े शहरों की तरह बने हैं स्टडी केबिन

लाइब्रेरी के रेनोवेशन में खास बात यह है कि यहां बड़े शहरों की तर्ज पर स्टडी केबिन बनाए गए हैं. यह छात्रों के लिए व्यक्तिगत स्टडी टेबल की तरह होगा, जिससे छात्र लाइब्रेरी में एकाग्रचित होकर पढ़ाई कर सकें. ऐसे यहां लगभग 180 केबिन तैयार किए गए हैं.

प्रभारी ने बताया कि, लाइब्रेरी सुबह 8 से 10 बजे तक छात्रों के लिए खुली रहेगी. लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर विशेष फोकस करते हुए उसके लिए जरूरी किताबें और मासिक मैग्जीन भी यहां छात्रों को मिलेगी, जिससे वे अपने नोट्स तैयार कर सकते हैं. कलेक्टर सिन्हा ने इसके लिए छात्रों की आवश्यकता के अनुरूप स्टडी मटेरियल यहां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही यहां छात्रों के लिए एक कैंटीन की व्यवस्था भी होगी.


छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक

 लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें