देहरादून। राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल प्रदेश में सत्तारुढ़ कांग्रेस सरकार के विधायकों को तोड़ सियासी हलचल पैदा करने के बाद अब भाजपा ने उन्हीं बागी विधायकों को उप चुनाव में उतार दिया है. हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा सीटों के साथ छह सीटों पर 1 जून को उपचुनाव होना है. इसे भी पढ़ें : CG NEWS : काम के सिलसिले में मिलने आई महिला से होटल में दुष्कर्म, पीएचई विभाग का ईई गिरफ्तार

हिमाचल प्रदेश में विधानसभा उप-चुनाव के लिए बीजेपी ने धर्मशाला से सुधीर शर्मा को, लाहौल स्पीति से रवि ठाकुर को, सुजानपुर से राजिंदर राणा को, बड़सर से इंद्र दत्त लखनपाल को, गगरेट से चैतन्य शर्मा को और कुटलैहड़ से देविंदर कुमार (भुट्टो) को टिकट दिया है.

राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले ये सभी छह नेता 23 मार्च को बीजेपी में शामिल हुए थे. राज्यसभा में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोटिंग करने के बाद ये नेता बजट सत्र के दौरान सदन से गैरमौजूद रहे. कांग्रेस की याचिका पर विधानसभा स्पीकर ने सभी छह विधायकों को अयोग्य करार दिया. इसके बाद से ही इन नेताओं के बीजेपी में जाने की अटकलें लगाई जाने लगी थी.

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लोकसभा के साथ आएगा परिणाम

हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ ही 1 जून को छहों विधानसभी सीटों पर उपचुनाव होना है. भाजपा पहले ही लोकसभा चुनाव के लिए भी अपने प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, जिसके बाद अब विधानसभा उप चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की है. लोकसभा के साथ ही एक जून को विधानसभा के उप चुनाव होंगे, और 4 जून को दोनों के परिणाम साथ आएंगे. 

तीन निर्दलियों को भी दिया जाएगा मौका  

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के तीन निर्दलीय विधायकों ने भी पिछले दिनों अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, उनके इस्तीफे पर स्पीकर ने फैसला नहीं लिया है. लेकिन स्पीकर के फैसले से पहले ही कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ पार्टी में शामिल होने वाले तीनों निर्दलीय विधायकों को उन्हीं की तरह उसी सीट से खड़ा किए जाने की संभावना है.