दिल्ली। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत किसी से छिपी नहीं है। देश में अल्पसंख्यकों का बुरा हाल है। अब पाकिस्तान में वकीलों को लेकर एक नया नियम बनाया गया है जो चर्चा में है।
पाकिस्तानी के मुल्तान शहर के जिला बार एसोसिएशन से जुड़े वकीलों ने एक प्रस्ताव वहां होने वाले बार काउंसिल के चुनावों से ठीक पहले पारित किया है। इसके मुताबिक बार का चुनाव लड़ने वाले वकीलों को भी इस्लाम में अपनी आस्था साबित करने के लिए बकायदा हलफनामा पेश करना होगा। अगर किसी गैर मुसलमान वकील ने ऐसा नहीं किया तो उसे बार काउंसिल का चुनाव नहीं लड़ने दिया जाएगा।
इसके साथ ही मुल्तान की बार ने कई पदों पर गैर मुस्लिम वकीलों खासकर हिंदुओं को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दिया है। पाकिस्तान पर धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव के आरोप हमेशा लगते हैं जिसके चलते उसकी विश्व बिरादरी में अक्सर निंदा की गई है।