दिल्ली. पाकिस्तान अपने कट्टरपंथियों के लिए हमेशा से बदनाम रहा है. देश के शासन पर भी इनका खासा दखल रहा है. अब यूएन की रिपोर्ट ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालात बयान की है.

पाकिस्तान में कट्टरपंथ के चलते हिंदू समेत दूसरे अल्पसंख्यक तबके के लोग सुरक्षित नहीं हैं. यूएन की एक ताजा रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. खास बात ये है कि पाकिस्तान में इमरान खान के सत्ता में आने के बाद से अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के मामले बढ़े हैं.

यूएन ने पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता नामकी रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक खासकर हिंदू और ईसाई समुदाय के लोग सबसे ज्यादा खतरे में हैं. हर साल इन दोनों समुदायों की सैकड़ों महिलाओं को अगवा कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है औऱ उन्हें मुस्लिम पुरुषों से शादी करने के लिए मजबूर किया जाता है. इसके साथ ही पाकिस्तान की पुलिस और न्याय व्यवस्था का रवैया भी भेदभावपूर्ण रहा है.