शुभम जायसवाल, राजगढ़। राजगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के मध्य प्रदेश राज्य के 29 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र पूरे राजगढ़ जिले, गुना और आगर मालवा जिलों के कुछ हिस्सों को कवर करता है। शुरुआती दो चुनावों में 1952 और 1957 में यह राजगढ़-शाजापुर संसदीय क्षेत्र का हिस्सा था। इस दौरान एक सांसद अनारिक्षत वर्ग से और दूसरा आरिक्षत वर्ग से चुना जाता था। कांग्रेस के लीलाधर जोशी 1952 और 1957 में लगातार दो बार आरिक्षत वर्ग से सांसद चुने गए थे। 1957 में भागू नंदू मालवीय भी अनारिक्षत वर्ग से सांसद बने थे।

Lok Sabha Election 2024: खंडवा लोकसभा की 8 में से 7 विधानसभा पर BJP का कब्जा, 14 बार बुरहानपुर, 3 बार खरगोन से मिला प्रतिनिधित्व, जानिए जातीय और सियासी समीकरण

राजगढ़ लोकसभा के अंतर्गत चाचौड़ा, राघोगढ़, नरसिंहगढ़, ब्यावरा, राजगढ़, खिलचीपुर, सारंगपुर, सुसनेर विधानसभा सीटें आती है। इस लोकसभा क्षेत्र को 1962 में स्थापित किया गया है। राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। 1962 से 1980 तक जनसंघ रही फिर 1984 के बाद से 2004 तक कांग्रेस रही। 2004 से 2009 में बीजेपी से लक्ष्मण सिंह सांसद रहे। फिर से 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की। वहीं अब 2014 से अब तक बीजेपी का दबदबा बना हुआ है।

पांच बार सांसद रहे लक्ष्मण सिंह

सबसे ज्यादा यहां से पांच बार लक्ष्मण सिंह सांसद रहे हैं। चार बार कांग्रेस से और एक बार बीजेपी से और दूसरी बार रोडमल नागर सांसद बने है। एक बार फिर 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है। उनकी खुद की विधानसभा और गृहग्राम भी इसी लोकसभा क्षेत्र में आता है। इसलिए राजगढ़ को उनका गृह संसदीय क्षेत्र भी कहा जाता है।

Lok Sabha Election 2024: देवास में BJP का दबदबा, 1971 से 2004 तक लगातार 10 बार जीता चुनाव, बाहरी नेताओं को लोकसभा भेजने में रहा उदार, इस बार किसका होगा बेड़ा पार ?

राजगढ़ सीट जीतने वालों का इतिहास

  • 1952 – लीलाधर जोशी, कांग्रेस
  • 1957 – लीलाधर जोशी, कांग्रेस
  • 1962 – भानु प्रकाश सिंह , स्वतंत्र
  • 1967 – बाबू राव पटेल, भारतीय जनसंघ
  • 1971 – जगन्नाथराव जोशी, भारतीय जनसंघ
  • 1977 – वसंत कुमार पंडित , जनता पार्टी भारतीय जनसंघ
  • 1980 – वसंत कुमार पंडित, जनता पार्टी भारतीय जनसंघ
  • 1984 – दिग्विजय सिंह , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1989 – प्यारे लाल खंडेलवाल , भारतीय जनता पार्टी
  • 1991 – दिग्विजय सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1994 – लक्ष्मण सिंह , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1996 – लक्ष्मण सिंह , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1998 – लक्ष्मण सिंह , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1999 – लक्ष्मण सिंह , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 2004 – लक्ष्मण सिंह , भारतीय जनता पार्टी
  • 2009 – नारायण सिंह आमलाबे ,भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 2014 – रोडमल नागर ,भारतीय जनता पार्टी
  • 2019 – रोडमल नागर ,भारतीय जनता पार्टी

Lok Sabha Election 2024: विदिशा की बिसात, BJP के गढ़ में कांग्रेस लगा पाएगी सेंध, क्या शिवराज सिंह की बचेगी साख ?

2019 का रिजल्ट

  • बीजेपी – रोडमल नागर – 823,824
  • कांग्रेस – मोना सुस्तानी – 3,92,805
  • एसएसएमपी – जगदीश सिंह परमार – 9,396
  • नोटा- इनमे से कोई भी नहीं – 10,375

2014 का परिणाम

  • बीजेपी – रोडमल नागर – 5,96,727
  • कांग्रेस – नारायणसिंह आमलाबे – 3,67,990
  • बसपा – डॉ. शिवनारायण वर्मा – 13,864
  • नोटा – इनमे से कोई भी नहीं – 10,292

मुरैना में बीजेपी का फिर होगा ‘शिवमंगल’ ? नरेंद्र तोमर के करीबी को टिकट, 3 बार लड़ चुके हैं विधानसभा चुनाव, दो बार मिली करारी शिकस्त

2009 का रिजल्ट

  • कांग्रेस – नारायणसिंह आमलाबे – 3,19,371
  • बीजेपी – लक्ष्मण सिंह – 2,94,983
  • स्वतंत्र – लक्ष्मणसिंह आमडोर – 11,311

क्या है जातिगत समीकरण

जहां तक राजगढ-गुना लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो 8 विधानसभाओं की कुल जनसंख्या 24 लाख 89 हजार 435 है। जिसमें से 81.39 प्रतिशत ग्रामीण और 18.61 फीसदी शहरी आबादी है। इसमें एससी 18.68 प्रतिशत और एसटी के 12.32 प्रतिशत लोग निवास करते है। इस लोकसभा पर सबसे ज्यादा आबादी ओबीसी वर्ग की है। इसमें भी 10-10 फीसदी आबादी दांगी-सौंधिया और 7 प्रतिशत मुस्लिम, 6 प्रतिशत गुर्जर ,7 प्रतिशत यादव, 5 प्रतिशत राजपूत, 6 प्रतिशत वैश्य और 30 प्रतिशत अन्य समाज व वर्ग से संबंधित हैं।

Lok Sabha Election 2024: गुना का गणित; जिस पारिवारिक सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को 2019 में मिली थी हार, अब वहीं से BJP ने दिया टिकट, जानिए उनके राजनीतिक जीवन से जुड़ी अहम बातें

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H