नई दिल्ली। भारतीय के हॉकी के स्वर्णिम युग के नायक बलबीर सिंह सीनियर का सोमवार को निधन हो गया. पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रहे 96 वर्षीय बलबीर सिंह ने मोहाली के अस्पताल में दम तोड़ा. उन्हें 13 मई की सुबह दिल का दौरा पड़ने पर अस्पताल में दाखिल कराया गया था.

लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न ओलंपिक (1956) में भारत को हॉकी का स्वर्ण पदक जीतने में बलबीर सिंह सीनियर ने अहम भूमिका निभाई थी. हेलसिंकी ओलंपिक में वे भारतीय टीम के उप कप्तान और मेलबर्न ओलंपिक में वे भारतीय टीम के कप्तान थे.

मेलबर्न ओलंपिक 1956 में स्वर्ण पदक विजेता टीम के कप्तान बलबीर सिंह सीनियर

हॉकी के कितने माहिर खिलाड़ी थे, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हेलसिंकी ओलंपिक में नीदरलैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में भारत को मिली 6-1 से जीत में उन्होंने 5 गोल किए थे. यह एक रिकार्ड है, जो आज तक बरकरार है.

भारत रत्न देने की हो चुकी है मांग

अंतराराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी द्वारा आधुनिक ओलंपिक के इतिहास के 16 महान खिलाड़ियों में की ओर से बलबीर सिंह सीनियर इकलौते भारतीय थे. बीते साल पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बलबीर सिंह सीनियर की उपलब्धियों को देखते हुए भारत रत्न देने के लिए पत्र लिखा था. उन्हें 1757 में भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया था.