अजय नीमा, उज्जैन: भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में शिव भक्तों पर रंग पंचमी का जबरदस्त उत्साह छाया रहा।महाकालेश्वर मंदिर में रंग पंचमी का उत्सव देख श्रद्धालु आनंदित हो उठे। भगवान महाकाल ने टेसू के फूलों से तैयार किए गए रंग से होली खेली। वहीं भक्तों ने भी राजाधिराज भगवान महाकाल के साथ होली खेल सभी के जीवन में खुशियों के रंग बिखरते रहने की कामना की और आरती में सम्मिलित होकर खुद को धन्य माना।

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में रंग पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। ब्रह्म मुहूर्त में भगवान महाकाल के दरबार में भस्म आरती हुई। इसमें भगवान महाकाल को टेसू के फूल अर्पित किए वही टेसू के फूलो से रंग भी तैयार किए गए। दूध, दही और जल और विशेष कर भांग से भगवान महाकाल का अभिषेक किया गया। इसके बाद फलों के रस से भी उन्हें स्नान कराया गया। भस्म आरती में पुजारी द्वारा भगवान महाकाल को मंदिर में ही निर्मित फूलों और केसर के रंग से बाबा महाकाल के साथ होली खेली बाबा महाकाल के साथ ही अन्य सभी देवी देवताओं को भी टेसू के फूल और केसर का रंग अर्पित किया।

30 मार्च महाकाल आरती: कण-कण में महादेव, घर बैठे यहां कीजिए भगवान महाकालेश्वर का श्रृंगार दर्शन

भक्तों की संख्या में काफी ज्यादा बढ़ोतरी

महाकालेश्वर मंदिर में 15 दिन पूर्व से होली और रंग पंचमी पर्व को लेकर तैयारी की जाती है। महाशिवरात्रि के पर्व के बाद आने वाले इस त्योहार को लेकर भक्त भी काफी उत्साहित रहते हैं। देशभर के श्रद्धालु भगवान महाकाल के साथ होली खेलने के लिए उज्जैन आते हैं। वर्ष भर में एक बार ऐसा अवसर आता है जब भक्त और भगवान के बीच होली पर्व की रंगत देखने को मिलती है। इस बार भक्तों की संख्या में काफी अधिक बढ़ोतरी हुई। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने मंदिर में बाबा महाकाल के साथ पुजारी द्वारा जो टेसू और केसर के रंग के साथ होली खेली गई उसे देखकर भक्तों ने खूब आनंद की अनुभूति की।

MP Weather Update: रंग पंचमी पर बारिश का साया, मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी किया अलर्ट, हवा में नमी के कारण छाए रहेंगे बादल

प्राकृतिक रंगों के साथ रंग पंचमी का संदेश

महाकालेश्वर मंदिर में होली का पर्व प्राकृतिक रंगों से और भी खूबसूरत हो जाता है। महाकालेश्वर मंदिर से हर साल फूलों से तैयार होने वाले रंग विशेष कर टेसू के फूलों से होली खेल कर प्रकृति प्रेम और पर्यावरण का भी संदेश दिया जाता है। इस बार भी मंदिर में प्राकृतिक फूलों अर्थात टेसू के फूलों से निर्मित रंग द्वारा ही होली खेली गई।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
Read More:- https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H