पंजाब सरकार ने 15 अक्टूबर को राज्य में छुट्टी का ऐलान किया है. यह फैसला पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक लोग मतदान करें, और इसीलिए यह छुट्टी घोषित की गई है. इसके अलावा, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए भी यह निर्णय लिया गया है.


15 अक्टूबर को पंजाब में होने वाले पंचायत चुनावों में सरपंच पद के लिए 52,000 से अधिक नामांकन दाखिल किए गए हैं. इसी प्रकार, पंच बनने के लिए 1.66 लाख से अधिक नामांकन पत्र दाखिल हुए हैं. 13,229 ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव 15 अक्टूबर को होंगे. पंजाब राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, “ग्राम पंचायत चुनावों में सरपंच पद के लिए कुल 52,825 और पंच पद के लिए 1,66,338 नामांकन प्राप्त हुए हैं.”

नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 7 अक्टूबर थी.
राज्य के विभिन्न हिस्सों में छोटी-मोटी झड़पें देखने को मिल रही हैं. पंजाब के जलालाबाद में पिछले शनिवार को स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि सरपंच चुनावों को लेकर गोलीबारी हो गई. इस गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए जलालाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने उसे लुधियाना रेफर कर दिया.

नेताओं के बीच विवाद

एक तरफ चुनावी नामांकन के दौरान गोलीबारी हो रही है, और दूसरी तरफ नेताओं की बयानबाजी. इस घटना के बाद, आम आदमी पार्टी ने अकाली दल के नेताओं पर आरोप लगाए हैं. ‘आप’ के नेता मालविंदर कंग ने कहा कि राज्य की सत्ता पर काबिज सरकार पर अक्सर ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के आरोप लगते हैं. पंचायत चुनावों में अकाली दल हिंसा का सहारा ले रहा है और इस तरह की घटनाओं से चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है.