आज का पंचांग- दिनांक 20.09.2021 शुभ संवत 2078 शक 1943 सूर्य दक्षिणायन का भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि प्रातः को 05 बजकर 25 मिनट तक, दिन सोमवार पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र प्रातः 04 बजकर 02 तक आज चंद्रमा कुंभ राशि में आज का राहुकाल दिन 07 बजकर 24 मिनट से 08 बजकर 55 मिनट तक भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध से श्राद्ध पक्ष शुरू – श्राद्ध, तर्पण अवश्य करें.

  पितृ पक्ष 20 सितंबर 2021, सोमवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से आरंभ होंगे. पितृ पक्ष का समापन 6 अक्टूबर 2021, बुधवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को होगा. भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन कृष्णपक्ष अमावस्या तक के सोलह दिनों को पितृपक्ष कहते हैं. जिस तिथि को देहांत होता है, उसी तिथी को पितृपक्ष में उनका श्राद्ध किया जाता है. शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष में अपने पितरों के निमित्त जो अपनी शक्ति सामर्थ्य के अनुरूप शास्त्र विधि से श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करता है, उसके सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं और घर-परिवार, व्यवसाय तथा आजीविका में हमेशा उन्नति होती है. पितृ दोष के अनेक कारण होते हैं, जिसमें परिवार में किसी की अकाल मृत्यु होने से, मरने के बाद माता-पिता का उचित ढंग से क्रियाकर्म और श्राद्ध नहीं करने से, उनके निमित्त वार्षिक श्राद्ध आदि न करने से पितरों को दोष लगता है.

इसके फलस्वरूप परिवार में अशांति, वंश-वृद्धि में रूकावट, आकस्मिक बीमारी, संकट, धन में बरकत न होना, सारी सुख सुविधाएँ होते भी मन असन्तुष्ट रहना आदि पितृ दोष हो सकते हैं. यदि परिवार के किसी सदस्य की अकाल मृत्यु हुई हो तो पितृ दोष के निवारण के लिए शास्त्रीय विधि के अनुसार उसकी आत्म शांति के लिए किसी पवित्र तीर्थ स्थान पर श्राद्ध करवाएं. प्रतिवर्ष पितृपक्ष में अपने पूर्वजों का श्राद्ध, तर्पण अवश्य करें.

प्रतिपदा श्राद्ध – भाद्रपद पूर्णिमा श्राद्ध से श्राद्ध पक्ष शुरू होता है, प्रथम दिन के श्राद्ध को प्रतिपदा श्राद्ध कहा जाता हैं. प्रतिपदा श्राद्ध में जिस भी व्यक्ति की मृत्यु प्रतिपदा तिथि (शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष) के दिन होती हैं उनका श्राद्ध इसी दिन किया जाता है. इस दिन नाना पक्ष के सदस्यों का श्राद्ध भी किया जाता हैं अगर नाना पक्ष के कुल में कोई न हो और मृत्यु तिथि ज्ञात ना हो तो इस दिन उनका श्राद्ध करने का विवरण पुराणों में मिलता है.

आज के राशियों का हाल तथा ग्रहों की चाल-

मेष – नए कार्यों में सफलता मिलने की पूर्ण संभावना बनती है. आत्मविश्वास बढेगा. फिजूलखर्ची से बचना चाहिए. पारिवारिक संबंध प्रगाढ होंगे.

उपाय करने चाहिए – ऊॅ भौं भौमाय नमः का एक माला जाप करें. मंदिर में लड्ड़ का भोग लगायें.

वृषभ – लाभ के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे. कामकाज, व्यवसाय ठीक चलेगा. सहयोगी कर्मचारियों से मदद मिलेगी.

बचाव के लिए – उॅ नमः शिवाय का जाप करें. दूध, चावल का दान करें.

मिथुन – विद्यार्थियों को परिश्रम से अच्छे फल मिलने की उम्मीद है.  रुके हुए कार्य पूर्ण किए जा सकेंगे.  नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे.

शांति के लिए – सूक्ष्म जीवों की सेवा करें.  हल्दी, नारियल का दान करें.

कर्क – व्यापार के क्षेत्र का विस्तार होगा. जीवनसाथी से संबंधों में मधुरता आएगी. नए कार्यकलापों में सफलता मिलने के योग बनते हैं.

उपाय करें तो लाभ होगा–  सूक्ष्म जीवों को आहार दें.. ऊॅ रां राहवे नमः का एक माला जाप कर दिन की शुरूआत करें..

सिंह – आज रिश्ता तय होने जैसे कोई शुभ समाचार प्राप्त होंगे. परिवार में प्रसन्नता का माहौल. आँख में इंफेक्शन.

निवृत्ति के लिए – ऊॅ अं अंगारकाय नमः का एक माला जाप करें.. हनुमानजी की उपासना करें..

कन्या – वाणी की कुशलता एवं आत्मविश्वास में सुधार. कार्य में नेतृत्व से अच्छा लाभ प्राप्त होगा. कोई पुराना दोस्त मिल सकता है,.

निवृत्ति के लिए – ‘‘ऊॅ शं शनैश्चराय नमः’’ की एक माला जाप कर दिन की शुरूआत करें.. उड़द या तिल दान करें,

तुला – नवीन योजना पर इंवेस्टमेंट. लाभ की संभावना किंतु विलंब. उदर संबंधी विकार.

शुक्र के उपाय –  ऊॅ शुं शुक्राय नमः का जाप करें. चावल, दूध, दही का दान करें.

वृश्चिक – कपड़ो जेवरों पर खर्च होगा. कई सालों बाद रिश्तेदारो से मुलाकात आहार में संयमितता बरतें.

शुक्र के उपाय – ऊॅ शुं शुक्राय नमः का जाप करें. चावल, दूध, दही का दान करें साथ ही सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग का सामान दान करें.

धनु – तर्क शक्ति उत्तम. वर्कलोड होने से रिलेक्स नहीं हो पायेंगे. अनिद्रा तथा तनाव.

उपाय – ऊॅ बुधाय नमः का जाप करें, गणपतिजी की आराधना करें तथा हरिभजन करें,

मकर – बॉस और सहयोगियों का आगम आपके घर पर होगा . घरेलू उत्सव में सभी शामिल होने से दिन खुशगवार. दिनभर व्यस्तता रहेगी.

उपाय – ऊॅ श्रां श्रीं श्रीं एः चंद्रमसे नमः का जाप करें, दूध, चावल, शंख, स्वेत वस्त्र, मोती का दान करें

कुंभ – आज आत्मबल कमजोर हो सकता है.  किसी विशेष कार्य में अनुभवहीनता के कारण कष्ट.. अपने सीनियर की सलाह लें. आज लाभ की स्थिति को बनाये रखने के लिए.. ऊॅ गं गणेशाय नमः का एक माला जाप करें.

पौधे का दान करें..

मीन – छोटी सी लापरवाही भी परेशानी का सबब बन सकती है. कुछ आवश्यक कार्य भूलने से पूर्व तत्काल उस कार्य में निपटायें. स्कीन एलर्जी संबंधित कष्ट.

उपाय – ‘‘ऊॅ शं शनैश्चराय नमः’’ की एक माला जाप कर दिन की शुरूआत करें.. भगवान आशुतोष का रूद्धाभिषेक करें. उड़द या तिल दान करें.