आज का पंचाग दिनांक 01.06.2023, शुभ संवत् 2080, शक संवत् 1945, सूर्य उत्तरायण, ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि. (दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक) दिन गुरूवार, चित्रा नक्षत्र, (दिन में 06 बजकर 47 मिनट तक) चंद्रमा तुला राशि में, आज का राहुकाल दोपहर को 01 बजकर 41 मिनट से 03 बजकर 21 मिनट तक होगा.
आज के राशियों का हाल और ग्रहों की चाल
मेष – इस राशि के जातक आलस्य, ब्लडप्रेशर और श्वासरोग से पीड़ित हो सकते हैं. किसी विषय पर झूठ बोलने की स्थिति निर्मित होने से विश्वास में कमी होने की संभावना. अतः आलस्य और अन्य कष्टों से निवारण के लिए मातृशक्ति भगवती गायत्री की आराधना करें. लाल वस्त्र, लाल पुष्प चढ़ायें. पंजीरी का प्रसाद चढ़ाकर वितरित करें.
वृषभ – इस राशि वाले जातकों की वाणी में कटुता से संबंधों में खटास आ सकती है. कोर्ट में धन संबंधित विवाद की स्थिति आ सकती है. व्यर्थ की यात्रा और उससे विवाद एवं हानि की आशंका बन सकती है. अतः शांति के लिए कन्या को नीले रंग की चूड़ियां दान करें. सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग का सामना दान करें. रोगियों को फल का दान करें.
मिथुन – इस राशि के जातकों के ऊर्जा का स्तर बहुत अच्छा रहेगा. काम में हुनर और योग्यता दिखाई देगी. किंतु मन में भ्रम की स्थिति हो सकती है. जिसका लाभ विरोधियों या अपनों द्वारा भी उठाया जाकर धोखा खा सकते हैं. पार्टनर से विवाद हो सकता है. साथ ही वातरोग से कष्ट की भी संभावना बनती है. जिसके लिए हल्दी, चंदन, नारियल, खट्टे फल या हाथी दाॅत से बनी सामग्री का दान करें. पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करें और लाल धागा लपेटें, शक्कर पेड़ की जड़ में रखें, नींबू या खट्टे खाद्य पदार्थ कुवारी कन्या को दान करें.
कर्क – इस राशि वाले जातक उत्साह पूर्वक निपुणता से कार्य करेंगे. लेकिन मनवांछित सफलता प्राप्त ना होने के कारण आर्थिक कष्ट हो सकता है. सहयोगी से विवाद और कटु वचन बोलने के कारण वैमनस्य हो सकता है. अचानक यात्रा करने से स्वास्थ्य या गले में कष्ट होने की भी आशंका है. कष्ट से शांति के लिए आप काले वस्त्र या चमड़े से बनी सामग्री का दान करें. उड़द, तिल या सरसों का तेल का दान करें. अधिनस्थ कार्य करने वाले की यथा संभव सहायता करें. किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें.
सिंह – इन जातकों को न्यायिक विजय, सम्मान की प्राप्ति या दिया गया कर्ज वापस मिल सकता है. अधिकारियों से विवाद या वाहन से चोट भी लग सकती है. बेवजह बहस या चोट और हानि से बचाव के लिए लाल पुष्प, केशर, इलायची, गुड़, गेंहू का दान करें. मातृशक्ति भगवती गायत्री की आराधना करें. लाल वस्त्र, लाल पुष्प चढ़ायें, पंजीरी का प्रसाद चढ़ाकर वितरित करें.
कन्या – कन्या राशि वाले जातक को अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है. पत्नी/ पार्टनर से विवाद की स्थिति बन सकती है. शांति के लिए देवी जी में पीला वस्त्र, पीले पुष्प, लड्डू का भोग लगाएं. केला चढ़ाएं. ऊॅं गुरूवे नमः का जाप करें, पीली वस्तुओं का दान करें.
तुला – तुला राशि वाले जातक क्षमता के बाहर खर्च कर सकते हैं और उसके कारण अपनो से मिथ्या बोल के कारण अपमान होने की स्थिति बन सकती है. साथ ही व्यवयाय में अचानक धनहानि हो सकती है. अतः सबंधित अनिष्ट से राहत के लिए ऊॅं शुं शुक्राय नमः का जाप करें. चावल, घी, दूध, दही का दान करें, साथ ही सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग का सामान दान करें. सुगंधित वस्तुओं का दान करें. इत्र या सौंदर्य सामग्री का दान करें.
वृश्चिक – इस राशि के जातक को व्यवसाय में या अध्ययन में अचानक बाधा आ सकती है. किसी प्रकार के विरोध का सामना करना पड़ सकता है. शत्रु और शस्त्र से हानि हो सकती है. अतः राहु दोषों के निवारण के लिए ऊॅं रां राहवे नमः का जाप कर दिन की शुरूआत करें. बहन, भतीजी या गरीब कन्या को नीले रंग की चूड़ियां दान करें. सौभाग्यवती स्त्री को सुहाग का सामान दान करें.
धनु – धनु राशि वाले जातक को धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं. लेकिन व्यसन या मित्रों के द्वारा उस धन की हानि भी हो जाती है और विवाद में फंस सकते हैं. अतः मंगल की शांति के लिए आमजनों के आहार पानी की व्यवस्था करें. शनि मंत्र का जाप करें.
मकर – मकर राशि वाले जातकों का धार्मिक कार्य में धन खर्च हो सकता है. साथ ही मित्र और भाई-बहनों के साथ यात्रा हो सकती है. पेट से संबंधित बीमारी हो सकती है. शनि से उत्पन्न कष्ट के लिए तिल, गुड़ से बने लड्डू का भोग लगाएं. सभी को प्रसाद वितरित करें.
कुंभ – कुंभ राशि वालें जातकों के पार्टनर के उपर अविश्वास या मतभेद के कारण व्यवसाय में और आय में बाधा हो सकती है. साथ ही कंधे और खानपान के कारण स्वास्थ्य में तकलीफ भी संभव है. राहु कृत दोषों की शांति के लिए आईना दान करें, तिल, तेल का दान करें.
मीन – मीन राशि वाले जातक के हानि, रोग से धन का संकट होने से पारिवारिक तथा मानसिक अशांति हो सकती है. साथ ही आकस्मिक चोरी या महत्वपूर्ण वस्तु के गुम जाने से तनाव तथा माता को कष्ट हो सकता है. अतः अनिष्ट की शांति के लिए चावल, दूध, दही का दान करें. माता का दूध दही से अभिषेक करें.
पंडित – प्रिय शरण त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य.