अजय शर्मा,भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पुलिस अब हाईटेक तरीके से अपराधों पर लगाम लगाने की तैयारी कर रही है. भोपाल पुलिस एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को तैयार कर रही है, जिस पर अपराधी का थम्प इंप्रेशन होते ही उसकी कुंडली सामने आ जाएगी. भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र पुलिस विभाग में नवाचार करने जा रहे हैं. अंगूठा लगते ही अपराधियों की कुंडली बाहर आ जाएगी. पुलिस को शहरभर के चेकिंग पॉइंट पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस दिए जाएंगे.

दरअसल हाईटेक अपराध के साथ अब भोपाल पुलिस भी हाईटेक होने की तैयारी कर रही है. अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस एक ऐसा डिवाइस बना रही है. थम्प लगते ही अपराधी की जन्मकुंडली खुल जाएगी. राजधानी पुलिस अपराधियों का डिजिटल डाटा बेस तैयार कर रही है. भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि अपराधों पर लगाम कसने पुलिस भी तकनीक का इस्तेमाल करेगी. पुलिस व्यवस्था में बड़ा नवाचार होने जा रहा है.

Gwalior में ASI के साथ अभद्रता, VIDEO: बाइक पकड़ने पर हुआ विवाद, खुद को सिपाही बताकर वाहन छोड़ने का बनाया दबाव, गाली गलौज और मारपीट की कोशिश

इसके लिए संदिग्ध और हिस्ट्रीशीटर बदमाशों के फिंगरप्रिंट कलेक्ट किया जाएगा. पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने कहा कि अपराधी तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं और इससे उन्हें छुपने के लिए भी मदद मिल रहा है. पुलिस के लिए जरूरी है कि उनसे आगे बढ़कर तकनीक का इस्तेमाल करें. इसलिए आने वाले समय में चौराहे पर खड़े पुलिस जवानों के पास एक खास उपकरण होगा.

पुलिस जवानों को मिलने वाले इस उपकरण के जरिए संदिग्ध व्यक्ति का डाटा 1 फिंगर प्रिंट डिवाइस के जरिए देख सकेंगे. यह डिवाइस ऑक्सीमीटर की तरह दिखाई देती है. इस डिवाइस को जल्द ही पुलिसकर्मियों तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए निर्माता कंपनी के साथ मिलकर पूरी प्रक्रिया चल रही है. कई बार ऐसा होता है कि किसी व्यक्ति को पुलिस पर शक होता है, लेकिन तत्काल उसका डाटा नहीं मिल पाता.

VIDEO, देवदूत बनी पुलिस: घर में लगी भीषण आग, जंगली इलाका होने से समय पर नहीं पहुंची फायर ब्रिगेड, फिर SDOP-पुलिकर्मियों ने ऐसे बुझाई आग

ऐसे में संदिग्ध हिस्ट्रीशीटर बदमाशों का डिजिटल डाटा पहले से सेव होने पर उनका थम्प लगते ही सारी जानकारी मिल सकेगी और कार्रवाई आसान हो जाएगी. यह उपकरण पुलिस को शहरभर के चेकिंग पॉइंट पर दिए जाएंगे. कोई भी संदिग्ध लगा तो उसका थम्प लगाते ही उसकी जानकारी मिल जायेगी. अगर वो अपराधी है पुलिस डाटा में उसका रिकॉर्ड मौजूद है, तो पुलिस को ऐसे अपराधी को पकड़ने में आसानी होगी.

गौरतलब है कि अपराधियों के हाईटेक होने के बाद से पुलिस के लिए अपराधों पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती बन गई है. अब देखना होगा पुलिस का यह नया नवाचार अपराधियों और अपराध पर अंकुश लगाने पर कितना कारगर साबित होता है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus