हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर के भंवरकुआ स्थित शासकीय आदिवासी छात्रावास में रैगिंग (ragging) मामले में छात्रावास अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने छात्रावासों के सुचारू चलाने के लिए एंटी रैगिंग कमेटी का गठन किया है। प्रभारी सहायक आयुक्त निशा मेहरा की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। वहीं पास आउट छात्र के छात्रावास में रुकने पर छात्रावास अधीक्षक पर कार्रवाई होगी।

दरअसल भंवरकुआ स्थित शासकीय आदिवासी छात्रावास में सीनियर छात्र लगातार जूनियर छात्रों की रैगिंग ले रहे थे। इससे छात्र मानसिक प्रताड़ना से जूझ रहे थे। छात्रों ने इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह को छात्रावास में सीनियर छात्रों द्वारा की जा रही रैगिंग एवं मानसिक प्रताड़ना के संबंध में शिकायत की थी।

शिकायत पर मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने सकीय आदिवासी छात्रावास के अधीक्षक मोहन मोरे को निलंबित कर दिया। वहीं छात्रावासों के सुचारू चलाने के लिए कलेक्टर ने किया एंटी रैगिंग कमेटी का गठन किया। प्रभारी सहायक आयुक्त निशा मेहरा की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है।

इस अवसर पर कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे अपने छात्रावास में रैगिंग जैसा दुर्व्यवहार छात्रों के साथ ना हो इसकी सतत मॉनिटरिंग करें। वहीं सआउट विद्यार्थी छात्रावास के कमरों में अवैध रूप से ना रुकें पास आउट छात्र रूके पाए जाने पर छात्रावास अधीक्षक पर कार्रवाई होगी।

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