रवि गोयल, जांजगीर. जिले में शिक्षा विभाग में मनमानी का ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई कारनाम सामने आचुका है.    दरअसल इन दिनों मालखरौदा में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें शिशु मंदिर के प्राचार्य विश्वेश्वर यादव डीएलएड परीक्षा के बारे में कह रहे हैं कि उन्होंने इसकी जानकारी बीईओ को दी थी कि उनके परिजन कॉलेज में रेगुलर पढ़ते हैं. इसके बाद उनके परिजन का नाम इस कोर्स से ड्राप कर दिया गया था. अब खबर आ रही है कि ऐसे उम्मीदवार को भी इस परीक्षा में शामिल किया गया है जो इसकी पात्रता नहीं रखता. विश्वेश्वर यादव के वायरल ऑडियो से साफ प्रतीत होता है कि इस बारे में बीईओ मालखरौदा को इसकी जानकारी थी.

गौरतलब है कि डीएलएड की परीक्षा में वो परीक्षार्थी शामिल हो सकते हैं जो कम से कम 3 साल तक अध्यापन का अनुभव रखता है. लेकिन इस कोर्स की महत्ता को देखते हुए कुछ लोग मिलीभगत कर अपात्र लोगों को फर्जी तरीके से परीक्षा दिलवा रहे हैं. फिलहाल मामला जांजगीर कलेक्टर चुका है ओर वे इस मामले में दोषियों के ऊपर सख्त कार्रवाई करने की बात कर रहे हैं.

देखिए  पहले बीईओ ने क्या कहा – [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=WR6KgbUGzeY[/embedyt]

देखिए विश्वेश्वर यादव का क्या कहना है – [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=2MYf2pHfElk[/embedyt]