सतीश चांडक, दोरनापाल। आगामी विधानसभा चुनाव में चार बार के विधायक कवासी लखमा को कैसे मात दें इसको लेकर भाजपा लगातार बैठकों का आयोजन  कर रही है। कार्यकर्ताओं को बताया जा रहा है कि गांव-गांव में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को कैसे पहुंचाया जाए।

शुक्रवार को जिले के दोरनापाल में भाजपा की कार्यसमिति की बैठक सम्प्पन हुई। जिसमें मिशन 2018 में जीत को लेकर नेताओ ने कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली और केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार कैसे किया जाए इसके गुर कार्यकर्ताओं को बताया गया। बैठक में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भीमा मण्डावी, भाजपा सुकमा के अध्यक्ष मनोज देव, हूंगाराम मरकाम, संजय शुक्ला, लक्ष्मीबाई, कोसी, धनीराम बाड़से, कपिल सिंह,  जमुना मांझी, सोयम मुक्का, सुशांतो राय, भाजपा पिछड़ा वर्ग सुकमा के अध्यक्ष  बलराजू भाजपा युवा मोर्च के अध्यक्ष  दिलीप पिद्दी, युवा मोर्चा महामंत्री नरेश, अमर पोयम, महिला मोर्चा की महामंत्री भुनेश्वरी यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।

भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज देव ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में नेता नहीं कार्यकर्ता लड़ेंगे। उनकी मेहनत से ही चुनाव जीतेंगे। साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुचाने की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओ पर है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण सरकार ने विशेष ध्यान दिया है। साथ ही कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित हो रही है। आगामी चुनाव को लेकर अभी से  तैयारियां शुरू करनी पड़ेगी।

आपको बता दें कि कवासी लखमा कोंटा से लगातार चार बार से विधायक हैं वहीं जिला पंचायत में भी कांग्रेस का ही कब्जा है। कवासी के पुत्र हरीश लखमा जिला पंचायत सुकमा के अध्यक्ष हैं। कोंटा विधानसभा के हमीरगढ़ जनपद में भाजपा प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो चुकी है। वहीं कोंटा नगर पंचायत में भी कांग्रेस का ही कब्जा है।

अब जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बस्तर का लंबा दौरा कर चुके हैं वहीं प्रदेशाध्यक्ष  धरमलाल कौशिक भी कई दिनों तक यहां अपना डेरा डालकर बैठे थे। ऐसे में यहां के पदाधिकारियों के ऊपर कवासी  लखमा को हराने का सबसे ज्यादा दबाव है और लखमा भाजपा के बस्तर की राह में सबसे बड़े रोड़ा हैं और भाजपा को बस्तर जीतने के लिए कवासी के किले को ढ़हाना जरूरी है लिहाजा बैठकों का दौर आगे भी जारी रहेगा।