Mobile Addiction Se Kaise Bache : मोबाइल ने हम सबकी जिंदगी बदल दी है. आज कोई भी जानकारी चाहिए, तो बस गूगल कीजिए. वीडियो के साथ जानकारी चाहिए तो यू-ट्यूब कीजिए. रील्स, शॉट्स, वीडियोज और भी न जाने क्या-क्या, भरा पड़ा है इस इंटरनेट से जुड़े मोबाइल के तहखाने में. मगर, क्या आपको यह मोबाइल परेशान कर रहा है. जी हां, इसके एडिक्ट होते लोगों में नींद न आने की बीमारी घर कर चुकी है.
यह बीमारी खासकर युवाओं में बहुत बड़ी समस्या बन गई है. सोते-उठते तक वॉट्सएप अपडेट्स देखने की आदत. सोते से पहले फेसबुक,इंस्टाग्राम में रील्स देखने की आदत. जहां एक बार आपने देखना शुरू किया तो कब समय बीत जाता है, पता नहीं चलता और फिर नींद गायब हो जाती है. नींद ना आने की समस्या सामाजिक, शारीरिक और मानसिक तनाव का कारण भी बन रही हैं. अगर आपको भी ऐसी कोई समस्या है तो चिंता बिल्कुल भी ना करें क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर इस समस्या से बाहर निकले तो कैसें.
नींद न आने से ये समस्याएं हो सकती हैं (Mobile Addiction Se Kaise Bache)
नींद पूरी न होने से थकावट महसूस होना, चिड़चिड़ापन, घबराहट जैसी अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं. ये समस्याएं किसी बड़ी बीमारी को जन्म दे सकती हैं. यह आपकी मानसिक क्षमताओं को खत्म कर सकती है. अर्ली डेथ का कारण भी बन सकती हैं. आप मतिभ्रम होना शुरू हो सकते हैं. नींद की कमी से चिंता, तनाव, पागलपन, अजीब व्यवहार और आत्मघाती विचार जैसे चीजें आनी शुरू हो सकती है.
नींद पूरी होगी तो सूचना तंत्र अच्छे से करेगा काम
किसी मनुष्य के शरीर का सेंट्रल नर्वस सिस्टम उसके पूरे शरीर का सूचना तंत्र होता है, जो कि उसको बेहतर ढंग से काम करने के लिए डायरेक्शन देता है. मगर, सूचना तंत्र तब ही अच्छे से काम करेगा, जब हम अच्छी नींद लेंगे.
नींद का पाचन तंत्र से भी संबंध, जाने कैसे (Mobile Addiction Se Kaise Bache)
नींद हमारे पाचन क्रिया पर भी प्रभाव डालती है, क्योंकि इसका हमारे पाचन क्रिया से गहरा संबंध है. क्योंकि अगर पाचन क्रिया बिगड़ी तो वजन बढ़ाना शुरू हो जाता है. पता ही नहीं चलता कि कब हम मोटापे का शिकार हो गए. नींद पूरी न होने से 2 हारमोंस लेप्टिन और घ्रेलिन में उतार-चढ़ाव होने लगता है. लेप्टिन आपके मस्तिष्क की क्षमता को कम करता है वही घ्रेलिन आपकी भूख को बढ़ाता है. नींद की कमी किसी भी व्यक्ति को इतना थका देती है कि वह नियमित रूप से काम करने के लिए उर्जा नहीं जुटा पाता.
मोबाइल, नींद न आने का कारण है तो इसे छुटकारा भी आसान है-
- मोबाइल को अपने सिर या इतनी दूरी पर न रखें, जहां तक आपका हाथ पहुंच जाए. यानी बिस्तर पर न रखें. मोबाइल दूर टेबल पर रखें.
- नींद की समस्या है तो मोबाइल को दूर रखकर, आंख बंदकर लेट जाएं. 10-15 मिनट तक आंख बंद करके रखें. दिनभर और कल के बारे में सोचें. सकारात्मक बातों पर फोकस रखें.
ये कुछ अभ्यास जिन्हें सोने के पहले करें
- घुटनों और अपनी कोहनी के बल मैट पर अपनी रीढ़ को सीधा रखते हुए, अपने हिप्स को अपने पेट के निचले हिस्से के पास लाएं. बाहों को अपने आगे फैलाएं और अपने शरीर के साथ आराम दें. 2-3 मिनट गहरी सांस लेते हुए इसी मुद्रा में रहें.
- हिप्स के नीचे कुशन या कंबल रखें. दीवार के सामने अपने दाहिने हिस्से के साथ बैठें. इसके बाद घुटनों को मोड़कर अपने पैरों को अपने हिप्स की ओर खींचे. पीठ के बल लेटने के लिए पैरों को दीवार से सटाएं. हिप्स को दीवार से थोड़ा दूर रखें.
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