रेणु अग्रवाल, धार । मध्य प्रदेश के धार जिले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है. जहां भोपाल की रहने वाली 15 वर्षीय नाबालिग के खरीदफरोख्त के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है.
मामला जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर का है. जहां नाबालिग लड़की को बेचने का मामला सामने आया है. मामले का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग आरोपियों के चंगुल से भागकर पुलिस के पास पहुंची. 15 वर्षीय नाबालिग के कहा कि उसे एक के बाद दूसरे और दूसरे के बाद तीसरे व्यक्ति के साथ भेजा गया.
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बताया जा रहा है कि भोपाल की रहने वाली युवती पीथमपुर के इंडोरामा क्षेत्र में रह रही थी. युवती ने पुलिस को बताया कि उसके सौतेले पिता नशे का सेवन करते हैं. नाबालिग कुछ दिन पहले अपने गांव के एक युवक के साथ पीथमपुर पहुंची थी. जहां वह अपनी मौसी के घर ले गए. करीब डेढ़ महीने युवती वहीं रही.
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नाबालिक ने पुलिस को बताया कि युवक की मौसी ने उसको (नाबालिग) सागोर के नेमीचंद्र नामक युवक के पास भेज दिया. नेमीचंद ने पीथमपुर से नालछा के रहने वाले अपने परिचित कृष्णा के पास ले गया. जहां पर नाबालिग के साथ मजदूरी के साथ साथ गलत हरकतें हुई, नाबालिग ने विरोध किया तो उसके होश उड़ गए. नालछा के कृष्णा ने नाबालिग से कहा कि उसको 1 लाख 70 हजार रुपए में खरीदा है.
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एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि नाबालिक युवती की शिकायत पर पुलिस ने 6 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है. जिसमें से 5 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. आरोपियों में एक महिला भी शामिल है. युवती को 1 लाख 70 हजार में बेचने का एविडेंस मिला. पुलिस और सबूत जुटा रही है. जैसे-जैसे साक्ष्य आएंगे उस हिसाब से आगे कार्रवाई की जाएगी.
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पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि नाबालिग भोपाल की रहने वाली है. पीथमपुर में कुछ समय से रह रही थी. काम कर रही थी. उसके यहां के जो साथी उसके साथ काम करते थे उन्होंने उसको एक जगह रहने के हिसाब से कहा कि आप यहां जाकर कंफर्टेबल तरीके से रह सकती हैं. इस तरीके से उसे दो-तीन जगह शिफ्ट कराया गया. बाद में यह एविडेंस निकल कर आया कि यह लोग आपस में कुछ पैसे का लेन देन करके उसका गलत इस्तेमाल करना चाह रहे थे.
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