रायपुर। श्रीराम कथा समिति रायपुर के 225 श्रद्धालुओं ने उत्तराखंड के ऋषिकेश की दर्शन यात्रा की. साथ ही वहां 16 से 22 जून तक गंगाजी के तट पर स्थित वानप्रस्थ आश्रम में प्रख्यात कथावाचक संत चिन्मयदास महाराज की वाणी से सात दिवसीय प्रह्लाद चरित्र एवं नवधा भक्ति कथा सुनकर पुण्यार्जन भी किया.

श्रीराम कथा समिति रायपुर के प्रमुख प्रकाशचंद अग्रवाल, रूपचंद मेहडिया, विष्णु गोयल व ललित अग्रवाल ने बताया कि नवधा भक्ति की कथाओं के अंतर्गत महाराज ने श्रद्धालुओं को श्रवण-परिक्षितजी, कीर्तन- सुखदेवजी, स्मरण-प्रहलादजी, पादसेवन- लक्ष्मीजी, अर्चन पृथु राजाजी, वंदन- अक्रूरजी, दासता- हनुमानजी, सख्य- अर्जुनजी व निवेदन-बलिराजाजी के दुर्लभ कथा प्रसंगों का वर्णन किया.

रायपुर लौटे श्रद्धालुओं ने बताया कि संतश्री की दिव्य वाणी से दुर्लभकथा का श्रवण कर वे बहुत आह्लादित हैं. प्रह्लाद चरित्र व नवधा भक्ति पर ऋषिकेश में कथा सुनने का उनका यह पहला अवसर रहा.