संदीप शर्मा, विदिशा। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुए। इस दौरान चुनाव में शांति व्यवस्था संभालने से लेकर कई अन्य कार्यों के लिए होमगार्ड तैनात किये गए थे। इस चुनाव में इन्हीं के ऊपर  सारी जिम्मेदारियां थी। सभी जवानों को अन्य राज्यों से मध्य प्रदेश बुलाया गया था। लेकिन मतदान होने के बाद इनकी सुध लेने वाला ही कोई नहीं है। 

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मतदान समाप्त होते ही सभी होमगार्ड ने अपने-अपने राज्य की ओर लौटने की तैयारी की थी लेकिन वापसी के दौरान इन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। ट्रेन लेट होने की वजह से होमगार्ड जवानों को स्टेशन में समय व्यतीत करना पड़ा। साथ ही बुखार से पीड़ित होने के बाद भी प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली जिसके बाद सभी में आक्रोश देखने को मिला। 

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दरअसल विधानसभा चुनाव के दौरान मध्य  प्रदेश  में लाखों की संख्या में अन्य राज्यों से कर्मचारी बुलाए गए थे। इसी क्रम में विदिशा में भी बिहार से लगभग 1000 होमगार्ड के जवान आए थे। जिले के अलग-अलग भागों में ड्यूटी कर रहे थे। चुनाव समाप्त होने के बाद आज सभी  होमगार्ड  के  जवान अपने-अपने क्षेत्र में वापस जाने के लिए सुबह 6:00 बजे  से ही ट्रेन का इंतजार  कर  रहे थे। विदिशा रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में जवान यहां-वहां लेटे हुए दिखाई दिए। जिले में पर्याप्त सुविधा न मिलने और ट्रेन अधिक लेट  हो जाने के कारण होमगार्ड के जवानों का गुस्सा फूट पड़ा। 

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कुछ जवानों ने बताया कि यहां खाने-पीने का भी कोई  इंतजाम नहीं है। साथ ही उन्हें चुनाव के दौरान मिलने वाली राशि भी अब तक नहीं मिली है। एक जवान ने बताया कि वह बुखार से पीड़ित है मगर यहां पर कोई भी सुविधा नहीं है। वहीं उड़ीसा के रहने वाले जवान पवित्रा मोंट्रिया ने बताया कि हम लोग आपकी  सेवा  के लिए आए हैं। लेकिन यहां पर सरकार की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किया गया है। कोई भी स्थानीय अधिकारी समस्या सुनने को तैयार नहीं  है। भोजन की बात तो दूर यहां पर पीने के लिए पानी तक का इंतजाम नहीं है। हमारे सभी साथी परेशान हो रहे हैं। 

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विदिशा सीएसपी राजेश तिवारी ने बताया कि होमगार्ड के जवानों की ट्रेन का समय सुबह  6:00 बजे था। मगर ट्रेन लगातार किन्हीं कारणों से देरी से आ रही है जिससे होमगार्ड के जवानों में आक्रोश उत्पन्न हो गया है। रेलवे प्रशासन से बात कर उनकी समस्या को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही खाने-पीने और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करा दी गई है। इस मामले पर आर आई चौहान ने बताया कि पुलिस प्रशासन होमगार्ड के भोजन की व्यवस्था पिछले पांच दिनों से कर रहा है। वहीं 6 बजे उनकी ट्रेन का समय था जिसकी वजह से उन्हें 5 बजे से स्टेशन पर भेज दिया गया।