दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodiya) एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के समक्ष पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए. उन्हें दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लासरूम निर्माण में कथित घोटाले के संबंध में बुलाया गया था. सिसोदिया ने अपने जवाब में बताया कि वह व्यस्त हैं.

ACB ने आम आदमी पार्टी के नेताओं मनीष सिसोदिया और पूर्व लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन को पूछताछ के लिए बुलाया था. जैन ने शुक्रवार को ACB के समक्ष पेश होकर 5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ का सामना किया, जबकि सिसोदिया को सोमवार को पेश होना था.

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एसीबी के सूत्रों के अनुसार, मनीष सिसोदिया के वकील ने सूचित किया है कि वह आज उपस्थित नहीं हो सकेंगे. उन्हें फिर से बुलाया जाएगा. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सिसोदिया पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, जिसके कारण वह एसीबी के समक्ष नहीं आ पाएंगे. इसके अलावा, उनके वकील ने जांच एजेंसी को अपना जवाब भी भेज दिया है.

एसीबी के प्रमुख, संयुक्त आयुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि सिसोदिया ने अब तक मेल के माध्यम से कोई जानकारी प्रदान नहीं की है और उन्होंने अनुपस्थिति का स्पष्ट कारण भी नहीं बताया है. जल्द ही उन्हें दोबारा नोटिस भेजा जाएगा ताकि वे जांच में शामिल हो सकें. इसके साथ ही सत्येंद्र जैन को भी पूछताछ के लिए नया नोटिस भेजा जाएगा. एसीबी ने 30 अप्रैल को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की, जिसके बाद समन जारी किए गए.

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दोनों नेताओं पर आरोप है कि आप सरकार के दौरान स्कूलों में हर क्लासरूम के निर्माण में पांच गुना अधिक राशि का भुगतान किया गया. एसीबी के अनुसार, क्लासरूम को सेमी परमानेंट स्ट्रक्चर के रूप में 1,200 रुपये प्रति स्क्वायर फीट की दर से बनाया गया, जबकि परमानेंट स्ट्रक्चर के लिए 2,100-2,200 रुपये प्रति स्क्वायर फीट की दर से बिल का भुगतान किया गया. सभी बिलों पर सिसोदिया के हस्ताक्षर मौजूद हैं. इससे पहले, मनीष सिसोदिया कथित शराब घोटाले में लंबे समय तक जेल में रहे हैं और वर्तमान में जमानत पर हैं. दिल्ली में पार्टी की हार के बाद, वे पंजाब में पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं.