भारत के लगभग हर घर में आपको चाय के शौकीन आसानी से मिल जाएंगे. अधिकतर घर सुबह-शाम की चाय का समय तय होता है. भारत में अलग-अलग राज्यों में चाय की वैरायटी में भिन्न होती है. लेकिन लोगों को बीपी की समस्या के कारण चाय को छोड़ना पड़ता है.

हाई बीपी में कौन-सी चाय पीनी चाहिए?

ब्लड प्रेशर अगर हाई रहता है तो आपको बिना दूध की चाय पीनी चाहिए क्योंकि दूध वाली चाय, जो कि लगभग हर भारतीय घर में यूज होती है, उसे पीने से बीपी बढ़ सकता है. हाई बीपी में आप सिर्फ हर्बल-टी पिएं. गुड़हल के फूल से बनी चाय, ग्रीन-टी, जीरा-टी, जीरा-धनिया और सौंफ से तैयार चाय, सौंफ और हरी इलाचयी से बननी चाय. Read More – Cheapest e-Car : जानें भारत की सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार PMV EaS-E की खूबियां और कब मिलेगी डिलीवरी …

ऐसा इसलिए क्योंकि ब्लैक-टी और अन्य हब्र्स से तैयार हर्बल-टी में ऐंटिऑक्सिडेंट्स अधिक मात्रा में होते हैं. ये हाई बीपी और कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. जिससे ब्लड प्रेशर खुद ही कम होने लगता है. लेकिन जब आप चाय में दूध मिला लेते हैं तो इन ऐंटिऑक्सिडेंट्स की ऐक्टिविटीज में बाधा आती है और ब्लड प्रेशर हाई बना रह सकता है.

लेकिन इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आप दूध पीना बंद कर दें. क्योंकि दूध को जब चाय पत्ती, चीनी और अन्य हब्र्स के साथ मिलाते हैं तो इसके गुणों में परिवर्तन हो जाता है. जबकि जब आप सिर्फ दूध पीते हैं तो यह हाई बीपी में भी लाभ देता है.

लो बीपी में कौन-सी चाय पीनी चाहिए?

यदि आपका ब्लड प्रेशर लो रहता है तो आपको दूध वाली चाय का सेवन करना चाहिए. सर्दी के मौसम में खासतौर पर तुलसी पत्ती और अदरक डालकर. जबकि गर्मी में हरी इलायची और लौंग डालकर. यदि ये चीजें आपके पास उपलब्ध ना हों तो आप सिंपल दूध की चाय बनाकर भी पी सकते हैं. Read More – नए साल से पहले विमान कंपनियों ने किराया दोगुना बढ़ाया…

दूध से तैयार चाय पीने से कोलेस्ट्रोल और सैचुरेटेड फैट में बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे आर्टरीज का संकुचन होता है और ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद मिलती है. बोलचाल की भाषा में आप इसे ऐसे समझ सकते हैं कि जब लूज पड़ी नसों में कसावट आ जाएगी तो ब्लड अपने आप ही तेजी से बहने लगेगा, जिससे बीपी कम होने की समस्या दूर करने में मदद मिलेगी.

हर किसी की बॉडी पर अलग-अलग प्रभाव

चाय और ब्लड प्रेशर से जुड़ी ऊपर जितनी भी बातें बताई कई हैं, ये ज्यादातर लोगों पर फिट बैठती हैं. लेकिन सभी के साथ ऐसा हो ऐसा बिल्कुल नहीं है. क्योंकि दवाओं की तरह ही खान-पान से जुड़ी चीजों का भी हर किसी के शरीर पर अलग-अलग असर होता है. हर चीज को लेकर सभी की बॉडी एक जैसा रिऐक्शन दे, ये जरूरी नहीं. इसलिए आपको अपनी बॉडी को समझते हुए सही चाय का चुनाव करना चाहिए.