रायपुर. शिक्षाकर्मियों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है. लेकिन इस बार शिक्षाकर्मी कुछ अलग तरीके से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे. इन शिक्षाकर्मियों ने अपनी मांगो को लेकर आगामी समय में होने वाले मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार का ऐलान किया है. इसके लिए ये शिक्षाकर्मी 26 मार्च को प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौपेंगे. और यदि इन शिक्षाकर्मियों द्वारा परीक्षा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया जाता है, तो इस बार परीक्षा परिणाम समय पर नहीं जारी हो सकेंगे. ऐसे में शिक्षाकर्मियों का यह एलान शिक्षा विभाग के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
शिक्षक मोर्चा के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने बताया कि संविलियन/ शासकीकरण सहित 09 सूत्रीय मांगो को लेकर शिक्षाकर्मी संघ लगातार आन्दोलनरत है. लेकिन इसके बाद भी सरकार ने उनकी मांगे अब तक पूरी नहीं की है, जिसके चलते अब शिक्षाकर्मी संघ ने निर्णय लिया है कि वे परीक्षा मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करेंगे.
शर्मा ने कहा कि बैठक में अधिकारियों के रूख से साफ है कि वो शिक्षाकर्मियों की मांगों को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव, सचिव छ.ग. माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर के नाम पर कलेक्टर व बोर्ड परीक्षा मूल्यांकन प्रभारी को 26 मार्च को मोर्चा द्वारा सभी जिलों में ज्ञापन सौंपा जाएगा.
मोर्चा संचालक संजय शर्मा ने बताया कि शिक्षाकर्मियो के मांगो के निराकरण के लिए गठित कमेटी द्वारा संविलियन / शासकीकरण सहित 09 सूत्रीय मांगों पर अभी तक सकारात्मक रिपोर्ट नहीं सौपा गया है. 3 माह के लिए गठित कमेटी का कार्यकाल 01 माह के लिए और बढ़ा दिया गया, जिससे शिक्षाकर्मियो में काफी आक्रोश है. जिसके चलते अब शिक्षकर्मी संघ ने परीक्षा मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार का ऐलान किया