रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में बवंडर मचाने वाले सेक्स सीडी स्कैण्डल को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने इस प्रकरण को शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी ऐसे मामलों में लिप्त नहीं रहती. लेकिन अगर पहले से किसी की सीडी रहे तो विपक्ष का दायित्व है कि हम इसे दमदारी से उठाएं. जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते सरकार की करतूत और भ्रष्टाचार को उजागर हम नहीं करेंगे तो कौन करेगा. ऐसे मामलों को हम उठाएंगे. यह घटना प्रेस के ऊपर हमला है. विनोद वर्मा के अलावा और कोई भी होता तो भी हम उसके साथ होते. छत्तीसगढ़ में किसी पत्रकार के ऊपर इस तरह की कार्रवाई कोई नई बात नहीं है इसके पहले भी पत्रकारों को झूठे मामलों में फंसाया गया, पत्रकारों की हत्या हुई है.

पुनिया ने सीएम के उस बयान पर उनकी निंदा की जिसमें उन्होंने सीडी को फर्जी बताया था. पुनिया ने कहा कि सीएम ने किस लैब की रिपोर्ट के आधार पर सीडी को फर्जी करार दिया है. उन्होंने सीडी कांड की सीबीआई से जांच कराने के सरकार के फैसले पर निशाना साधते हुए कहा सीबीआई तोते की तरह काम कर रहा है. इसलिए हमने सुप्रीम कोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार एक तरफ सीबीआई से जांच करा रही है दूसरी तरफ एसआईटी से भी जांच करा रही है. अगर सीबीआई जांच की घोषणा की गई तो एसआईटी जांच क्यों कराई जा रही है. सीएम खुद सीडी को फर्जी करार दे रहे हैं तो एसआईटी सीएम के बयान के विपरीत कैसे फैसला दे सकती है. उन्होंने मंत्री राजेश मूणत को जांच तक नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के लिए कहा है. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी हो रहा है जल्दबाजी में किया जा रहा है और यहां कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश की जा रही है.

भाजपा को प्रमाण पत्र की जरुरत नहीं

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने पुनिया के आरोपों पर पलटवाल करते हुए कहा कि खोए जनाधार को वापस प्राप्त करने के लिए कांग्रेस पार्टी अब गलत रास्ता अख्तियार कर रही है फर्जी सीडी का मामला हो या भ्रष्टाचार के तथ्यहीन आरोप लगाकर सरकार को कटघरे में खड़ा करके जनता में अपनी विश्वसनियता कायम करना चाहते हैं. लेकिन जनता के बीच में इनका चेहरा उजागर हो गया है.
अब ये छत्तीसगढ़ में अपना अस्तित्व भी बचा नहीं पाएंगे. जब नकली सीडी की असली सी़डी बाजार में आ गई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया इसके लिए किसी के प्रमाण की जरुरत नहीं है.