रायपुर. कुंडली के सातवें घर में स्थित उच्च का सूर्य अशुभ होने की स्थिति में जातक के वैवाहिक जीवन में अनेक प्रकार की समस्याएं होती हैं. जिसके कारण इस अशुभ प्रभाव से पीड़ित कुछ जातकों का वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण और कष्टप्रद हो सकता है. इन जातकों को वैवाहिक जीवन का सुख प्राप्त नहीं हो पाता है.

कुंडली के सातवें घर में अशुभ उच्च का सूर्य जातक को आर्थिक हानि से भी पीड़ित कर सकता है और इस प्रकार के अशुभ प्रभाव में आने वाले कुछ जातकों को अपने व्यवसाय के माध्यम से धन हानि उठानी पड़ सकती है. ऐसे कुछ अन्य जातकों को बहुत अधिक धन खर्च करने वाली पत्नियां मिल सकतीं हैं, जो इन जातकों का सारा धन व्यर्थ के कार्यों में खर्च करती रहतीं हैं.

इसी प्रकार कुंडली के बारहवें घर मे स्थित उच्च के सूर्य के सूर्य के अशुभ होने की स्थिति में जातक के वैवाहिक जीवन में अनेक प्रकार की बाधाएं आ सकतीं हैं और इस अशुभ प्रभाव से पीड़ित कुछ जातकों को अपनी पत्नियों से बहुत लंबे समय तक दूर रहना पड़ सकता है.

इस तरह विभिन्न प्रकार के कारण हो सकते हैं और इस अलगाव के कारण ऐसे जातक अपने वैवाहिक जीवन के सुख से वंचित रह जाते हैं. यदि किसी लड़के या लड़की की कुंडली में सूर्य की वजह से विवाह होने में बाधा उत्पन्न हो रही हो तो प्रतिदिन ब्रह्ममुहूर्त में सूर्य को जल चढ़ाएं और इस मंत्र का जप करें.

मंत्र- ऊँ सूर्याय नम: 

कुंडली में सूर्य की बाधा होने पर विवाह प्रस्ताव के जाते समय थोड़ा गुड़ खाकर और पानी पीकर जाना चाहिए. किसी धार्मिक स्थान में नारियल का तेल, सरसों का तेल और बादाम दान करें. इस दौरान धन, संपत्ति, और महिलाओं से जुड़े विवादों से बचें.