नई दिल्ली। देश में विभिन्न योजनाओं को लेकर आधार लिंक अनिवार्य कर दिया गया है. चाहे वह पैन कार्ड हो या फिर बैंक अकाउंट यहां तक कि अब फोन नंबर को भी आधार से लिंक करवाया जा रहा है. लेकिन आप की थोड़ी भी लापरवाही से आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं. मुंबई के रहने वाले शाश्वत गुप्ता भी इसी तरह धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं.
शाश्वत केरल के कोझीकोड की एक प्राइवेट फर्म में काम करते हैं. उनके पास एक फोन आया. फोन करने वाले शख्स ने उनसे आधार कार्ड को फोन नंबर से लिंक करने के लिए कहा और इसी चक्कर में उस धोखेबाज ने उनसे 1 लाख 30 हजार रुपये ठग लिए.
शाश्वत ने फेसबुक में एक पोस्ट कर अपने साथ हुई इस वारदात को अपने फेसबुक पेज पर साझा किया है. उनके मुताबिक किसी ने उन्हें यह कहकर फोन किया था कि वह एयरटेल से बोल रहा है और अगर उन्होंने अपना फोन नंबर आधार से लिंक नहीं किया तो एयरटेल उनका सिम डिएक्टिवेट करने के साथ ही हमेशा के लिए नंबर ब्लॉक कर देगा. यही नहीं उस फ्रॉड ने उनसे अपने सिम कार्ड की डिटेल के साथ 121 (एयरटेल का आधिकारिक नंबर ) पर एक एसएमएस भेजने के लिए कहा ताकि
सिम को फिर रिएक्टिवेट किया जा सके. शाश्वत ने कॉलर से कहा कि वो इन सबके बारे में नहीं जानता. तब उस धोखेबाज ने शाश्वत को एक नंबर दिया. शाश्वत ने बिना जाने समझे उस नंबर पर अपने सिम कार्ड की डिटेल भेज दी और कुछ ही
मिनटों में उनका सिम कार्ड डिएक्टिवेट हो गया. आपको बता दें कि धोखेबाज ने जो नंबर भेजा था उसका इस्तेमाल डुप्लीकेट सिम हासिल कर पुराने सिम को कैंसिल करने के लिए किया जाता है.
शाश्वत ने वही सब किया जो धोखेबाज उनसे करवाना चाहता था. देखते ही देखते ठग ने उनके सैलरी अकाउंट से पैसे उड़ा लिए. शाश्वत ने वो पैसे किसी बुरे वक्त के लिए बचाकर रखे थे. अपने सिम की जानकारी मुहैया कराना शाश्वत को इतना
भारी पड़ा कि उन्हें 1 लाख 30 रुपये का नुकसान झेलना पड़ा. शाश्वत ने बड़ी मेहनत से पैसे कमाए थे, लेकिन सब चले गए.
शाश्वत की पोस्ट के बाद बैंक की ओर से उन्हें यह जवाब मिला
इस वारदात से हम सभी को सीख लेनी चाहिए. हम सभी को आए दिन ऐसे फोन आते रहते हैं जिनमें हमसे आधार कार्ड को फोन से लिंक करने के लिए कहा जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम अतिरिक्त सावधानी बरतें और बिना सोचे-समझें अपनी कोई भी जानकारी किसी को न दें.