सुप्रिया पांडेय, रायपुर. विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर रायपुर में संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन के विशेषज्ञों ने आम जनता को जागरुक किया. कार्यक्रम में कैंसर मरीजों के अभिभावक, शहर के जागरुक नागरिक और पूर्व कैंसर पीड़ित भी शामिल थे.

बता दें कि कैंसर पीड़ितों ने कैंसर से अपनी लड़ाई की कहानी साझा की और कैंसर से डरने के बजाए डॉक्टरों से परामर्श लेने की सलाह दी. कार्यक्रम में उपस्थित कैंसर विशेषज्ञों ने आम जनता को कैंसर की स्क्रिनिंग कराने की सलाह दी, विशेषज्ञों ने कैंसर के आम लक्षण इसके कारकों और सावधानी से जुड़ी जानकारी देकर जागरूकता फैलाई.

संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन के फाउंडर डॉ यूसुफ मेमन ने कहा कि गुटखा, तंबाकू, पान मसाला, शराब जैसी आदतों को छोड़ना चाहिए. योगा, प्राणायाम करना चाहिए. वहीं अधिक मसाले वाले या कलर वाले भोजन खाने से बचना चाहिए. जिनके दांत खराब हो उन्हें भी सावधानी रखनी चाहिए, खाना निगलने पर कठिनाई हो, बच्चेदानी की रास्ते से खून आना, कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.

सीनियर कैंसर सर्जन डॉ अर्पण चतुर्मोहता ने कहा कि 16 साल की लड़कियों को अगर हम हेपेटाइटिस बी और सी के इंजेक्शन वैक्सीन लगा दें तो कई सारे बीमारियों से हम बच सकते हैं. भारत में आमतौर पर महिलाओं को गर्भाशय, लीवर और मुंह का कैंसर अधिक होता है. यदि सभी लड़कियां 16 साल से पहले वैक्सीनेटेड हो जाए तो 98 प्रतिशत कैंसर की बीमारियां दूर हो जाएगी. योगा, एक्सरसाइज और मेडिटेशन करने से भी हमें खुशी मिलती है.

उन्होंने आगे कहा कि कैंसर का मुख्य कारण इम्यूनिटी कम होना भी है. तंबाकू में मिला केमिकल भी कैंसर जैसी बीमारी को जन्म दे सकता है. गांठ हो, खून का रिसाव कम हो, खून में कमी हो या कभी खत्म न होने वाले छाले हो तो उसे कैंसर स्पेशलिस्ट को दिखाना चाहिए. यहां के मरीज डॉक्टरों के इलाज पद्धति से काफी खुश भी नजर आ रहे हैं.

मरीज शिल्पा वर्नाकर का कहना है कि यहां ऐसा महसूस होता है, कि घर जैसा स्टॉफ है. यहां के डॉक्टरों के व्यवहार से ही आधी बीमारी दूर हो जाती है. मुझे कैंसर हुआ था, पर अब मैं ठीक हूं.

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