आगरा. नगर निकाय चुनाव में नियमों को दरकिनार कर शनिवार को ताजमहल की शाही मस्जिद में नमाज के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) की मेयर प्रत्याशी जूही प्रकाश ने समर्थकों के साथ पार्टी की लाल टोपी और पार्टी का चिन्ह लगे गमछे गले में डालकर वोट मांगे. हैरानी की बात है जहां उच्चतम न्यायालय के आदेशों का हवाला देकर भगवा और ब्रह्मदंड से लेकर तमाम छोटी-छोटी वस्तुओं को प्रतिबंधित किया जाता है, ऐसे ताजमहल पर सपा कार्यकर्ता आखिर किसके आदेश पर नियमों को तोड़कर प्रचार कर रहे थे. पूरी घटना के वीडियो कैमरे में कैद हैं.

सपा ने आगरा नगर निगम चुनाव में पहले ललिता जाटव को मेयर पद का टिकट दिया था. इसके कुछ ही घंटों बाद संशोधन करते हुए शाहगंज निवासी 33 वर्षीय जूही प्रकाश जाटव को प्रत्याशी बना दिया था. पूर्व में अपने क्षेत्र से सपा के टिकट पर पार्षद का चुनाव हार चुकी जूही प्रकाश को टिकट मिलने के बाद सपा के साथ ही अन्य राजनैतिक दलों के खेमों में भी चर्चाएं शुरू हो गई थी.

ताजमहल के अंदर सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के चलते किसी भी तरह का प्रचार वर्जित है, CISF जवान पूरी तलाशी के बाद संतुष्ट होने पर ही ताजमहल के अंदर प्रवेश करने देते हैं. ऐसे में पार्टी का निशान और नाम लिखे गमछे और पार्टी की निशानी लाल टोपी के साथ सपाइयों का ताजमहल में प्रवेश पुरातत्व विभाग और सीआईएसएफ की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है.

पुरातत्व अधीक्षक राजकुमार पटेल ने इसे सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से गंभीर मानते हुए खुद के शहर से बाहर होने की बात बताई और तत्काल अधीनस्थों को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. हालांकि थोड़ी देर बाद एक वीडियो और सामने आया, जिसमें सपा प्रत्याशी और समर्थकों को रोक कर उनसे टोपी और गमछा उनकी जेब में रखवाया गया है.

गौरतलब है कि ताजमहल के अंदर किसी भी देश का झंडा, कंपनी का नाम लिखी हुई कमीज समेत किसी भी प्रचार के सामान के साथ प्रवेश वर्जित है. पूर्व में भगवा कपड़े और ब्रह्मदंड लेकर ताजमहल देखने आए अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस को प्रवेश न मिलने पर काफी हंगामा हुआ था. अब सपाइयों को प्रचार करने जाने देने पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो सकती है.