कटनी। शहर में अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ एक अलग तरह से कार्रवाई का मामला सामने आया है. संबंधित थाना पुलिस की माफिया से संभावित मिलीभगत के चलते कार्रवाई के लिए दूसरे थाना की पुलिस को जिम्मेदारी दी गई. दूसरे थाने की पुलिस ने अवैध उत्खनन में लगे जेसीबी, डंपर और माफिया की कार को जब्त किया है. वहीं अवैध उत्खनन में शामिल 4 आरोपियों के खिलाफ धारा 379, 34, 53 मध्यप्रदेश गौण खनिज अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इस मामले में नागरिकों द्वारा लगातार शिकायत और थाने द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने की जानकारी पुलिस के आला अधिकारी तक पहुंची थी. इसी के चलते एसपी मयंक अवस्थी ने इस मामले में माधवनगर थाना पर भरोसा न कर बिलहरी चौकी पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी थी. चौकी प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अवैध उत्खनन में संलग्न वाहनों की जब्त कार्रवाई की. इसके बाद मामला माधवनगर थाने को सौंपा गया. इससे पहले भी माधव नगर थाने में कई मामले अवैध उत्खनन के सामने आए थे.

एसपी की रही सराहनीय भूमिका

चौकी प्रभारी सेल्वाराज पिल्ले ने टीम तैयार कर एक जेसीबी, एक डंपर एवं एक कार की जब्ती कार्रवाई कर माधवनगर थाने को सौंपा. चार आरोपियों सुनील तिवारी, शिव कुमार यादव, वीरेंद्र प्यासी और अविनाश राय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. सभी के खिलाफ धारा 379, 34, 53 मध्यप्रदेश गौण खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई.

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पुलिस से मिलीभगत

इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि थाना क्षेत्र के अंतर्गत अवैध उत्खनन के बाद माफिया कभी भी पकड़ा नहीं जाता था. बताया जाता है कि ऐसा थाने पुलिस से साठगांठ से ही संभव होता है. नागरिकों द्वारा जैसे ही शिकायत और अवैध उत्खनन की सूचना दी जाती, तो पुलिस पहले ही माफिया को अलर्ट कर देते थे. इससे माफिया हर बार पुलिस की गिरफ्त से बच जाता था.

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