रायपुर. फर्जी तरीके से जमीन पर कब्जा करने वाले आठ आरोपियों को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाने में सितंबर 2008 में पीड़ित राजेन्द्र शुक्ला ने रिपोर्ट दर्ज कराया था कि जमीन विक्रेता के साथ मिलकर धोखाधड़ी कर के रामनरेश तिवारी, ममता तिवारी, पुष्पा पाण्डेय सहित अन्य पांच लोगों ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है. प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान प्रभावी आचार संहिता में पुराने मामलों को खंगालने से लगी जानकारी पर कोतवाली पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई कर रही है.
जमीन पर जबरन हक जता रहे थे आरोपी
मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली टीआई ने बताया की आरोपियों में क्रेता और विक्रेता दोनों ही शामिल हैं, जिन्होंने फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री कर अपने नाम कर लिया था. जमीन मालिक राजेंन्द्र शुक्ला के द्वारा जमीन 1935 स्क्वायर का पट्टा दिखाने के बावजूद भी, फर्जी कब्जाधारियों के द्वारा जमीन से हटने का नाम नहीं ले रहे थे. साथ ही राजेन्द्र ने बताया कि इनके द्वारा गाली-गलौच के साथ मारपीट करने की धमकियां भी दी जाती थी.
आचार संहिता के दौरान खंगाला गया पुराना रिकार्ड
राजधानी में दबे पुराने अपराधों की रिकार्ड की छानबीन करने के बाद, पुलिस को इस केस के बारे में जानकारी लगी. कोतवाली पुलिस ने इस केस पर गंभीरता दिखाते हुए फर्जी तरीके से जमीन पर कब्जा करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है. वहीं जमीन के हकदार राजेन्द्र ने अपनी जमीन पर कब्जा पाने के लिए दस सालों तक संघर्ष किया.