अंकुर तिवारी, धमतरी। रेत माफियाओं द्वारा जन प्रतिनिधियों की पिटाई के मामले में सरकार द्वारा नाराजगी जताए जाने के बावजूद अभी भी बेखौफ रेत उत्खनन के साथ भंडारण किया जा रहा है। जिसकी वजह से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर रेत माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। वहीं इसी बीच एक कांग्रेस नेता द्वारा ग्रामीणों को धमकी दिये जाने के बाद यह विवाद और बढ़ गया। ग्रामीणों की नाराजगी इस कदर थी कि जब तक कार्रवाई नहीं हुई तब तक ग्रामीण अपनी मांगों पर डटे रहे। ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए खनिज विभाग के अफसर मौके पर पहुंचे और घटनास्थल पर खड़े चैन माउंटेन मशीन पर उन्हें कार्रवाई करनी पड़ी।

मामला सारंगपुरी गांव का है, यहां रेत माफिया ने लीज जमीन को छोड़कर सड़क से महज 30 मीटर दूर घास जमीन पर अवैध रूप से रेत का भंडारण किया था। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने नाराजगी जताई और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रतिबंध के बावजूद महानदी से रात के अंधेरे में रेत उत्खनन किया जा रहा है। रात में ही सड़क किनारे बड़े पैमाने पर रेत का भंडारण कर दिगर राज्यों में सप्लाई की जा रही है।

मौके पर पहुंचे एक कांग्रेस नेता ने नेतागिरी की धौंस दिखाते हुए उल्टा ग्रामीणों पर ही सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगा दिया। कांग्रेस नेता ने ग्रामीणों को FIR करने की धमकी दे डाली। जिससे ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। स्थिति को बिगड़ता देख कांग्रेस नेता मौके से रफूचक्कर हो गए। बताया जा रहा है कि रेत के अवैध उत्खनन और भंडारण में यह नेता भी शामिल है।

बता दें कि जिले में डंपिंग जोन की आड़ में रेत का काला कारोबार अब भी जारी है। महानदी से भी आए दिन चोरी छिपे अवैध रूप से रेत उत्खनन किया जा रहा है और ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है। जबकि शासन द्वारा 15 जून से 15 अक्टूबर महीने तक रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगाया गया है, फिर भी इन आदेशों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।

 

अब गांववालों की शिकायत पर खनिज विभाग ने मौके से 10 हाइवा रेत और चैन माउंटेन मशीन सहित ट्रैक्टर जब्त किया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।…