पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद. जिले के देवभोग थाना क्षेत्र के उरमाल तेल नदी घाट से रेत माफियाओं के द्वारा रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है. जिसकी जानकारी होने के बाद खनिज विभाग के साथ पुलिस विभाग के अधिकारियों के द्वारा चुप्पी साधे हुए है. उरमाल तेल नदी घाट से सैकड़ों ट्रैक्टर दिन-रात रेत निकालने के कार्य में संलग्न है. नदी घाट से निकाली जा रही अवैध रेत के कारोबार की सूचना ग्रामीणों के द्वारा कई दफा स्थानीय थाने में की गई. मगर हर बार की तरह कार्रवाई का आश्वसन देकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है. अवैध रेत के कारोबार से आक्रोशित ग्रामीणों ने बीते दिन थाने में जाकर त्वारित कार्रवाई की मांग किये. जिसको संज्ञान में लेते हुए थाना प्रभारी टीम लेकर नदी घाट पहुंचे. जहां मौके से अवैध रेत कार्य में संलग्न चार ट्रैक्टर को जब्त किया गया, साथ ही पुलिस की सूचना मिलते ही कई वाहन चालक तो मौके से भाग निकले. वहीं थाना प्रभारी ने बताया कि जब्त सभी वाहनों को खनिज विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है.
वगैर पिट-पास के निकाली जा रही रेत
ग्रामीणों ने बताये कि इलाके के 16 गांव से होकर तेल नदी का करीबन 30 किमी का बहाव है. जहां सभी गाव में रेत की निकासी बड़े पैमाने पर होती है. गांव वाले लगातार लीज की मांग खनिज विभाग से करते आ रहे है. खनिज विभाग के द्वारा अब तक जारी नहीं किया गया. वही ग्रामीणों ने कहा कि यदि विभाग रॉयल्टी जारी कर दे तो उसी ताकि रॉयल्टी की रकम से गाव का विकास किया जा सके. उरमाल तेल नदी में दर्जनों ऐसे घाट है जहां से रोजना अवैध रेत का परिवहन किया जा रहा है. जिसमें एक खनन माफिया के द्वारा 70 से 150 ट्रिप रेत की अवैध निकासी कराई जा रही है.
कई जगह लगा रखे है अवैध डंप
रेत माफियाओं के द्वारा नदी से निकाली गई अवैध रेत को कई जगहों पर रेत का अवैध डंप लगवाये है. जहां से भवन या अन्य निर्माण कार्यों के लिए इन माफियाओं के द्वारा महगीं कीमत पर बेंची जा रही है. वही रेत के भरने के लिए मजदूरों के साथ जेसीबी मशीन के प्रयोग की जानकारी ग्रामीणों ने दिया.