रायपुर। यौन शोषण के आरोप से घिरे डॉयरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन डॉ. एसएल आदिले को आखिरकार पद से हटा दिया है. आईएमए ने इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि बहुत देर बात कार्रवाई की गई है. मामले में कमेटी बनाकर जांच होनी चाहिए, जिसमें गड़बड़ी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए.

आईएमए के सदस्य और हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि प्रभारी डीएमई के खिलाफ बहुत पहले कार्रवाई हो जानी चाहिए थी, लेकिन लेकिन जो कार्रवाई हुई है, वह स्वागत योग्य है. लेकिन आरोप भ्रष्टाचार के हिसाब से संतोष जनक न्याय नहीं है, मामले में कमेटी बैठाकर पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा कि डॉक्टर आदिले के खिलाफ़ कई अलग-अलग मंचों पर शिकायत हुई है. कई मामलों को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से कार्रवाई करने के आदेश हैं, अवैध खरीदी, भाई-भतीजावाद जैसे कई मामले हैं. जांच हो तो और कई नए मामले निकल कर सामने आएंगे.

उन्होंने कहा कि प्रभार से हटाया गया है, अब कानूनी कार्रवाई भी हो, जांच कमेटी के रिपोर्ट के मुताबिक 95 लाख की गड़बड़ी हुई है, ऐसे कई मामलों का आरोप है. सभी की जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाए, जिससे उनसे जुड़े लोगों की पहचान हो और आगे गड़बड़ी करने के सोच रखने वाले का कदम रूक जाएं, ऐसे लोग विभाग से अलग-थलग हो जाएं.