सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है. राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित वरदान हॉस्पिटल को आयुष्मान योजना से निलंबित करने के लिए मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी, रायपुर ने संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं सह-मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य नोडल एजेंसी को पत्र लिखा है.

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बता दें कि वरदान हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान 12 भर्ती मरीज ऐसे पाए गए जो एक ही जगह से और एक ही दिन, एक ही व्यक्ति द्वारा अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. इस पर जाँच के बाद अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भेजा गया था, जिस पर मिले जवाब से असंतुष्ट जांच समिति की रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की अनुशंसा की गई है.

अस्पताल के निरीक्षण दौरान अस्पताल में जिस वार्ड को आईसीयू प्रदर्शित किया गया है, वह आईसीयू के मानक अनुरूप नहीं था. वार्ड में आरएमओ डयूटी पर उपलब्ध नहीं थे. वार्ड में मरीज डॉ राम कुमार यादव के अंतर्गत भर्ती है, जिनकी डिग्री एमडी (Physician) पाई गई थी. इसके साथ अस्पताल में बीएमडब्ल्यू नियम का पालन नहीं किया जा रहा है. वहीं मरीजों द्वारा बताई गई बीमारी और दस्तावेज में दर्ज बीमारी में अन्तर पाया गया.

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मिथलेश चौधरी ने बताया कि निरीक्षण के प्रतिवेदन के आधार पर वरदान अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. अस्पताल द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण समाधानकारक तथा स्वीकार-योग्य नहीं है. संस्था में शासन की इतनी महत्वपूर्ण योजना के क्रियान्वयन में संबंध में आर्थिक अनियमितता तथा लापरवाही बरती गई.

डॉ. चौधरी अनिमितताएं योजना के दिशा-निर्देश एवं अनुबंध का स्पष्ट उल्लंघन है. योजनांतर्गत अस्पताल पंजीयन दिशा-निर्देश के तहत 3 माह निलंबन किए जाने की अनुशंसा पत्र संचालक राज्य नोडल एजेंसी को भेजा गया है.