अमित पांडेय, खैरागढ़. नगर पालिका खैरागढ़ में भ्रष्टाचार के आरोपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. पिछले साढ़े सात वर्षों तक कांग्रेस की सरकार ने नगर पालिका का संचालन किया, लेकिन प्रदेश में भाजपा की सत्ता में वापसी के साथ ही खैरागढ़ में राजनीतिक समीकरण बदल गए. यहां कांग्रेस के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने भाजपा का दामन थाम लिया, जिसके बाद नगर पालिका पर घोटालों के आरोपों का खेल पलट गया. अब भाजपा इन आरोपों पर चुप्पी साधे हुए हैं और कांग्रेस ने इन्हें उठाने की जिम्मेदारी संभाल ली है.

कांग्रेस नगर पालिका प्रशासन और सीएमओ प्रमोद शुक्ला पर लगातार गंभीर आरोप लगा रही है. लल्लूराम डॉट कॉम ने इन शिकायतों को प्रमुखता से प्रकाशित किया है, जिसके चलते प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. स्वच्छता शृंगार योजना में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनज़र खैरागढ़ कलेक्टर चन्द्रकान्त वर्मा ने जिला स्तरीय जांच समिति का गठन किया है. यह समिति स्वच्छता शृंगार योजना में धनराशि के कथित दुरुपयोग और वार्डों में शौचालय निर्माण कार्यों में अनियमितताओं की जांच करेगी. कांग्रेस ने जिलाधीश कार्यालय में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि योजना के तहत आवंटित धनराशि का दुरुपयोग किया गया, लेकिन वार्डों में शौचालय निर्माण तक पूरा नहीं हो सका.

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कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच समिति गठित की है. समिति में अपर कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी नगरीय निकाय सुरेन्द्र कुमार ठाकुर, खैरागढ़ एसडीएम टंकेश्वर प्रसाद साहू, और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा (आरईएस) के हाल ही में नियुक्त एसडीओ मनीष साहू को शामिल किया गया है.