प्रमोद निर्मल, मोहला-मानपुर. लल्लूराम.कॉम की खबर का असर एक बार फिर से देखने को मिला है. छत्तीसगढ़ को महाराष्ट्र से जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 930 पर गुरुवार सुबह लंबा जाम लगा रहा. अवैध रेत से लदे हाइवा और तीन भारी मानपुर ब्लॉक मुख्यालय स्थित फारेस्ट बैरियर के पास फंसने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रही. लल्लूराम.कॉम ने प्रमुखता से खबर लगाकर रेत के अवैध परिवहन का खुलासा किया, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आई. मानपुर तहसीलदार ने इस मामले में संज्ञान लिया और निर्माणाधीन नेशनल हाइवे के दलदल में फंसे वाहनों को बाहर निकाला गया. जिसके बाद खनिज विभाग भी मौके पर पहुंची और 3 भारी वाहनों पर जब्ती की कार्रवाई की गई.

सुबह नेशनल हाईवे पर भारी वाहनों के फंसने से लगा जाम
जब्त किए गए भारी वाहन

मिली जानकारी के अनुसार, बीती रात से मानपुर ब्लॉक मुख्यालय स्थित फारेस्ट बैरियर के पास अवैध रेत से लदे वाहन के गड्ढे में फंस जाने से नेशनल हाइवे जाम हो गया था. वहीं मौके पर करीब दर्जन भर हाइवा वाहन अवैध रेत से लदे थे, जो जाम का कारण बने. इसे लेकर लल्लूराम डॉट कॉम में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन एक्शन में आई. तहसिलदार की कार्रवाई के बाद खनिज विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और भारी वाहनों पर जब्ती की कार्रवाई की गई. हालांकि, माइनिंग विभाग की लेट लतीफी की चलते जाम खुलते ही अवैध रेत से भरे करीब आधा दर्जन ट्रक पार हो गए.

बता दें, सूचना के बाद भी माइनिंग विभाग के इंस्पेक्टर मौके पर नहीं पहुंचे, बल्कि छोटे कर्मचारियों को ही कार्रवाई के लिए भेजा गया. वहीं विभागीय कर्मचारियों ने भी हाइवा से रेत को जब्त नहीं किया. कुल मिलाकर खनिज विभाग आधी-अधूरी कार्रवाई कर लौट गई. रेत से भरी एक अन्य हाइवा अभी भी मानपुर तहसील कार्यालय के पास खड़ी है.

वहीं इस निर्माणाधीन नेशनल हाइवे पर ट्रकों के फंसने से बड़े गड्ढे हो गए हैं और वाहनों की आवाजाही मुश्किल हो गई है. लोग खतरा मोल लेकर गड्ढों के किनारे से आवाजाही करने पर मजबूर हैं.

बता दें, कुछ दिन पहले अवैध रेत परिवहन से सड़कें जर्जर होने से परेशान सहपाल गांव के ग्रामीणों ने चक्काजाम किया था. यह घटना माइनिंग विभाग और स्थानीय प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर करती है. नेशनल हाइवे पर जाम लगने से हजारों यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.