रोहित कश्यप, मुंगेली. विकासखंड मुंगेली के ग्राम बरदुली में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में छत का प्लास्टर गिरने से बच्चों के घायल होने की सूचना मिली. इस खबर को लल्लूराम डॉट कॉम न्यूज ने प्रमुखता से ख़बर प्रसारित किया है. जानकारी मिलने पर तत्काल कलेक्टर कुन्दन कुमार और जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पांडेय ने विद्यालय का निरीक्षण किया. उन्होंने मौजूद शिक्षकों से घटनाक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी ली.

प्रधान पाठक अखिलेश शर्मा ने बताया कि शाला भवन के छत का प्लास्टर गिरने से कक्षा तीसरी के साथ छात्र हिमांशु दिवाकर और अंशिका दिवाकर को सिर और हाथ में चोट आई. उनका प्राथमिक उपचार किया गया, अभी बच्चे ठीक हैं. जिला प्रशासन एवं स्वस्थ आमले की मौजूदगी में बच्चों का जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया. सी.एम.एच.ओ ने बताया कि कोई भी गंभीर स्थिति नहीं है बच्चे खतरे से बाहर है.कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को बच्चों का बेहतर इलाज करने एवं अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

शिक्षा विभाग के अफसरों को कलेक्टर ने लगाई फटकार

घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि जर्जर भवनों में किसी भी परिस्थिति में कक्षाओं का संचालन नहीं होना चाहिए. निर्देशों की अवहेलना करते हुए कक्षाओं का संचालन किया जाना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है. उन्होंने विकासखंड शिक्षा अधिकारी जितेंद्र बावरे, बी.आर.सी. सूर्यकांत उपाध्याय, संकुल समन्वयक शत्रुघ्न साहू और प्रधान पाठक अखिलेश शर्मा को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए. उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और डीएमसी समग्र शिक्षा को फटकार लगाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में कहीं भी इस प्रकार की घटना नहीं होनी चाहिए अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर बढ़ाया उत्साह

विद्यालय निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कक्षा में मौजूद बच्चों से बातचीत की. विद्यालय में शिक्षण सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने बच्चों से पहाड़ा पूछा और उनके साथ चॉकलेट, बिस्किट शेयर कर प्रोत्साहित किया.

कलेक्टर को अपने बीच पाकर बच्चे आश्चर्यचकित

स्कूल में उस समय भावुक एवं आश्चर्य जनक माहौल बन गया जब जिला पंचायत सीईओ ने बच्चों से जिले के कलेक्टर का नाम पूछा. बच्चों ने पूरी तत्परता से कलेक्टर का नाम बताया और भविष्य में उनसे मिलने की इच्छा जताई. लेकिन जब सामने बैठे व्यक्ति ने कलेक्टर के रूप में अपना परिचय दिया तो बच्चे आश्चर्य से उत्साहित हो उठे. उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.