रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में आज कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें अहम फैसले लिए गए हैं. बैठक में 2 दिसंबर से 11 दिसंबर तक तेंदूपत्ता तिहार मनाने का फैसला लिया गया है. 14 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों को 270 करोड़ रुपए का बोनस दिया जाएगा.
तेंदूपत्ता बोनस तिहार में जिला और विकासखंड मुख्यालयों में कुल 14 कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के अलावा संबंधित जिले के प्रभारी मंत्री, वन मंत्री महेश गागड़ा, आदिम जाति कल्याण मंत्री मौजूद रहेंगे.
2 दिसंबर को तेंदूपत्ता तिहार की शुरुआत बीजापुर से होगी.
कब कहां होगा तेंदूपत्ता बोनस तिहार का आयोजन
2 दिसंबर- बीजापुर
2 दिसंबर- कोंडागांव के केशकाल (धनौरा)
3 दिसंबर- छिंदगढ़, सुकमा
3 दिसंबर- मोहला, राजनांदगांव
4 दिसंबर- अंतागढ़, कांकेर
5 दिसंबर- शंकरगढ़, बलरामपुर
6 दिसंबर- मैनपुर, गरियाबंद
7 दिसंबर- बोड़ला, कबीरधाम और साल्हेवारा, राजनांदगांव
8 दिसंबर- मरवाही, बिलासपुर और धरमजयगढ़, रायगढ़
9 दिसंबर- खल्लारी, महासमुंद
10 दिसंबर- सोनहत, कोरिया
11 दिसंबर- जशपुर जिले के पत्थलगांव के कोतवा में तेंदूपत्ता बोनस तिहार
राज्य सरकार के 12 दिसंबर को 14 साल पूरे होने के मौके पर रायपुर समेत सभी जिला मुख्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री जिला पुस्तिका, जनमन और 14 साल की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करेंगे.
वहीं छत्तीसगढ़ सरकार ने भिलाई स्टील प्लांट समेत प्रदेश के दूसरे स्टील उद्योगों को विद्युत शुल्क में दी जाने वाली छूट को और 6 महीने के लिए बढ़ा दिया है.
बैठक में 12 दिसंबर से ऊर्जा उत्सव मनाने का भी फैसला लिया गया. इसमें जिला और विकासखंड स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
वहीं सौभाग्य योजना के तहत गरीब परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन और सामान्य परिवारों को 50 रुपए की मासिक किश्त पर विद्युत कनेक्शन दिए जाएंगे.
वहीं खाद्यान्न उपार्जन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विपणन संघ को शासकीय प्रत्याभूति पर भारतीय स्टेट बैंक द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि 1 हजार करोड़ रु साख सीमा के लिए सरकार द्वारा दी गई गारंटी 28 दिसंबर 2018 तक बढ़ाने का फैसला लिया गया.