शिबसागर (असम)। चाहे कुछ भी हो जाये सीएए नहीं होगा. हम दो, हमारे दो अच्छी तरह सुन लो ये नहीं होगा. असम देश का खूबसूरत गुलदस्ता है. असम को दुनिया की कोई ताकत नहीं तोड़ सकती. जो यहां नफरत फैलाएगा, जो अकॉर्ड को तोड़ेगा उसे यहां की जनता और कांग्रेस पार्टी मिलकर सबक सिखाएंगे. यह बात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही.

शिबसागर में आयोजित चुनाव सभा में राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत “जय असम” के नारे से की. उन्होंने दौरान उन्होंने असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को याद करते हुए कहा कि जब भी मैं असम आता था उनसे बात करता था. असम में जो बाहर से आते हैं, उसके लिए असम काम्प्लेक्स प्रदेश है. अलग-अलग धर्म, अलग जात-भाषाएं. जब मैं आता था, तब हर बार गोगोई ज्ञान देते थे. मेरी जानकारी असम के बारे में बढ़ाते थे. मुझे हर बार लगता था सीखकर गया.

गोगोई ने एक बार कहा कि जब हम पब्लिक मीटिंग में जाते थे तब पता नहीं था वापस आएंगे. तब भी कांग्रेस के नेता रिस्क लेकर जाते थे. उस टीम ने असम को जोड़ने का काम किया. उस टीम ने धीरे-धीरे ये काम किया. उसी तूफान से तरुण गोगोई तैयार हुए. जो पुरस्कार असम के सिपाही तरुण गोगोई को दिया गया, उसकी पूरी ज़िंदगी असम के लिए दे दी. उसी लिस्ट में पीएम आफिस के ब्यूरोक्रेट का नाम था. मुझे दुख हुआ भारत सरकार तरुण गोगोई और इस प्रदेश का अपमान किया.

तरुण गोगोई को राहुल ने गुरु कहते हुए कहा कि मैंने असम को जोड़ने की बात की. पूरे असम को एकसाथ लाकर बातचीत करके किया गया. असम अकॉर्ड के सिद्धांत को मैं और सभी नेता रक्षा करेंगे, और एक इंच उससे पीछे नहीं हटेंगे. अवैध घुसपैठ का मसला है, लेकिन असम की जनता में वो क्षमाता है कि मिलकर बातचीत करके उसका समाधान कर सकता है. लेकिन ये बंट गया तो असम और हिंदुस्तान के नुकसान होगा. ये नरेंद्र मोदी या भाजपा का नुकसान नहीं होगा. जितनी आपको देश की ज़रूरत है, उतनी ही देश को अपनी जरूरत है.

राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान 167 रुपए दिखाते हुए कहा कि यह चाय बागान के कर्मचारियों को मिलता है. फिर उन्होंने 200 रुपए का नोट दिखाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार 365 रुपये हर चाय बागान के कर्मचारी की जेब में डालेगी. पैसे कहाँ से आएंगे. गुजरात के व्यापारियों से. उन्होंने कहा कि वो आपसे छीन रहा है. मजदूर मार जाता है, उनकी सरकार कुछ नहीं करती. 10 रुपए में न बस की टिकट न रेल की टिकट.

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राहुल ने फिर तंज कसते हुए कहा कि हम दो हमारे दो बाकी सब मर लो. हम दो और हमारे दो असम को चला रहे है, और असम से सब लो. उन्होेंने कहा कि पीएम ने सदन में भाषण दिया, किसान के बारे में कुछ बोला. बजट में कुछ नहीं है न. सिस्टम बहुत सरल है. असम को आग लगाओ, असम को बांट दो. एयरपोर्ट किसे मिला. हम दो, हमारे दो को मिला है. अभी तो सब लेगा. कुछ नहीं बचेगा. जो आता है, वो चाहते हैं और जानते हैं कि आपको बांट दिया तो जो लेना चाहते हैं ले लेंगे.

राहुल गांधी ने कहा कि रोज़गार छोटे व्यापारी, किसान पैदा करते है. बड़े उद्योगपति नहीं करते. युवाओं के सामने सबसे बड़ा मुद्दा रोज़गार. बीजेपी रहेगी तो युवाओं को रोज़गार नहीं मिल सकता. इसका कारण है. रोज़गार की ऋण की हड्डी पर मोदी ने आक्रमण किया है. किसानों के घर से मज़दूरों की जेब से पैसे निकले.

उन्होंने सवाल किया कि क्या जीएसटी से फायदा हुआ? नहीं हुआ. पूरा देश चिल्ला रहा है. गरीबों से पैसे छीने और हम दो. कृषि बिल के जरिए भारत का सबसे बड़ा बिज़नेस 80 लाख करोड़ का बिज़नेस दो लोगों को पकड़ाने जा रहे हैं. मोदी 24 घंटे इस रीढ़ पर आक्रमण करते हैं. कांग्रेस गरीब और मज़दूरों की पार्टी. हम धर्म हर जात को काम. युवाओं के लिए असम में रोज़गार लाएंगे.

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