शरद पाठक, छिंदवाड़ा। सरकारी योजनाओं को भ्रष्टाचार की दीमक किस तरह से खा रही है. इसके कई उदाहरण अक्सर देखने में मिलते हैं. पंचायती राज में हो रहे घोटालों में की कड़ी में एक अजीबोगरीब मामला मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामने आया है. जहां पर ग्रामवासियों को मृत घोषित करके ग्राम पंचायत सचिव और पंचायत रोजगार समन्वयक ने कर्मकार कल्याण योजना के अंतर्गत दी जाने वाली दो लाख की सहायता राशि का गबन कर लिया और हितग्राहियों को फूटी कौड़ी भी नहीं मिली.
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दरअसल, मामला जिले के बोहनाखेरी गांव की है. जहां 23 जिंदा लोगों को मुर्दा बताकर ग्राम पंचायत सचिव राकेश चंदेल एवं पंचायत रोजगार समन्वयक अंधवान ने कर्मकार मंडल सहायता योजना के दो -दो लाख निकाल कर गबन कर गए. अब तक कुल 46 लाख रुपए का मामला सामने आ चुका है. अभी तक पंचायत सचिव ने 106 लोगों की मृत्यु के दावे पेश किए गए हैं. जिसमें से 23 दावे फर्जी पाए गए हैं. मामले की आगे जांच जारी है.
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जानकारी के मुताबिक 23 ऐसे व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं जो अभी जीवित हैं, लेकिन पंचायत सचिव राकेश चंदेल ने मृत घोषित करके उनके नाम पर दो-दो लाख रुपए की राशि निकाल ली है. यह आंकड़ा और भी बढ़ने की संभावना है. हालांकि इसकी जानकारी मिलने पर गांव में हड़कंप मच गया. सभी मृत घोषित व्यक्ति जनपद पंचायत छिंदवाड़ा के सामने एकत्र होकर अपने मृत्यु प्रमाणपत्र की मांग करने लगे. सीईओ जनपद पंचायत ने मामले को संज्ञान में लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है.
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