रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने प्रदेश में तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र प्रदेश सरकार पर संवेदनहीनता, राजनीतिक नौटंकियाँ कर और दोहरे मापदंड अपनाकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की राजधानी में ही कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा 30 हज़ार पार हो चला है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव नागपुर और पटना जाकर सियासत करने में मशगूल हैं! इससे यह स्ष्ट है कि प्रदेश सरकार को छत्तीसगढ़ की भयावह स्थिति की क़तई चिंता नहीं है और वह ‘परिवार-चरणवंदना’ करके अपने आकाओं को ख़ुश करने में ही लगे हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस कोरोना वॉरियर्स के सम्मान और उनकी सुरक्षा के नाम पर जितना शोर मचाती नज़र आ रही है, उसकी ज़मीनी सच्चाई प्रदेश सरकार की क्रूर अमानवीयता को रेखांकित करने के लिए पर्याप्त है। राजधानी में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डॉ. भीमराव अंबेडकर चिकित्सालय (मेकाहारा) तक में कोरोना वॉरियर्स स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रदेश सरकार नए मास्क भी मुहैया नहीं करा रही है और इस अस्पताल में मास्क को धो-धोकर पुन: उपयोग में लाने के लिए कोरोना वॉरियर्स विवश हैं। इसी तरह ग्लब्स और चश्मे भी बार-बार इस्तेमाल कर कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। इस स्थिति को कोरोना वॉरियर्स का क्रूर शोषण बताते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण के भयावह दौर की कल्पना ही रूह कँपा देने के लिए काफी है क्योंकि इस अस्पताल के ही 100 कर्मचारी संक्रमित हो चले हैं, लेकिन प्रदेश सरकार इस ओर से आँखें मूंदे और कानों में रुई ठूँसे बैठी है। यह शर्मनाक है कि अस्पताल प्रशासन इस संबंध में एक समाचार चैनल की वीडियो रिपोर्टिंग को नकारकर सरकार के निकम्मेपन को ढँकने में लगा है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना संक्रमण जैसी भयावह महामारी को लेकर प्रदेश सरकार की यह लापरवाही छत्तीसगढ़ को भारी पड़ रही है और प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री इन हालात से पल्ला झाड़कर लॉकडाउन के प्रोटोकॉल को धता बताते हुए दूसरे प्रदेशों में जाकर वृथा गाल बजाकर अपनी वाहवाही करने में ज़रा भी शर्म महसूस नहीं कर रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने जानना चाहा कि राजनीतिक रोटियाँ सेंकने में मशगूल प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश को बताएँ कि यदि वे कोरोना वॉरियर्स को नए मास्क, ग्लब्स और चश्मे तक मुहैया नहीं करा रहे हैं तो मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा राशि का आख़िर उपयोग क्या हो रहा है? श्रीवास्तव ने प्रदेश सरकार के क्रियाकलापों पर निशाना साधते हुए यह भी आशंका जताई है कि वह प्रदेश, और ख़ासकर राजधानी में लॉकडाउन को ख़त्म करने का षड्यंत्र रच रही है ताकि केंद्र सरकार के कृषि विधेयकों को लेकर किसानों को ग़ुमराह करने वह अपने आंदोलन चला सके। मंत्रियों के मार्फ़त लॉकडाउन की समीक्षा और निरीक्षण के नाम पर ढोंग करके प्रदेश सरकार अपने षड्यंत्र पर अमल करने की मंशा पर काम कर रही है।