नई दिल्‍ली . कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर ईडी ने कोर्ट के सामने कई बड़े दावे किए. ईडी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को घोटाले का सरगना बताया . ईडी की तरफ से कोर्ट से 10 दिन की रिमांड मांगी है. ताकि इस मामले में उनसे गहनता से पूछताछ की जा सके .

ईडी की ओर से एएसजी एसवी राजू ने कोर्ट से 10 दिन की रिमांड मांगते हुए केजरीवाल पर कई बड़े आरोप लगाए. सीएम केजरीवाल को ‘सरगना’ बताते हुए एसवी राजू ने कहा कि वह नई आबकारी नीति को बनाने और लागू करने में सीधे जुड़े हुए थे. उन्होंने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार सभी आरोपियों के साथ केजरीवाल के संबंध और संपर्क बताए.

ईडी ने कई लोगों की चैट का हवाला दिया. ईडी ने बताया कि कई लोगों को रिश्वत के पैसे कैश में दिए गए थे. यह मामला 100 करोड़ का नहीं 600 करोड़ तक पहुंच सकता है. ईडी ने कहा पुख्ता सबूत हैं इसलिए मनीष सिसोदिया को भी जमानत नहीं मिल पा रही है. 45 करोड़ रुपये हवाला के जरिए गोवा भेजे गए. दो बार कैश ट्रांसफर किया गया. पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ दिए गए. केजरीवाल गोवा और पंजाब चुनाव के लिए फंडिंग चाहते थे. गोवा चुनाव में 45 करोड़ रुपए इस्तेमाल हुआ. उनके पास बयान ही नहीं बल्कि सीडीआर भी है.

एएसजी ने कहा कि केजरीवाल ‘अपराध की प्रक्रिया’ में शामिल थे और गोवा चुनाव प्रचार से भी जुड़े थे. वह पार्टी के मुखिया हैं. वह मनीष सिसोदिया के लगातार संपर्क में थे. एसवी राजू ने कहा, ‘विजय नायर केजरीवाल के घर के करीब मंत्री कैलाश गहलोत को मिले घर में रह रहे थे. उन्होंने आम आदमी पार्टी और साउथ ग्रुप के बीच बिचौलिए की भूमिका निभाई.’ ईडी ने कहा कि कविता ने आप पार्टी को 300 करोड़ दिए थे.

ईडी ने कोर्ट में दावा किया कि केजरीवाल ने फायदा पहुंचाए जाने के बदल साउथ ग्रुप से रिश्वत मांगी. एएसजी ने अपनी दलील को मजबूती देने के लिए कुछ बयानों का भी हवाला दिया. एएसजी ने कहा कि साउथ ग्रुप को रिश्वत के बदले दिल्ली में शराब कारोबार पर नियंत्रण दिया गया. एएसजी ने कहा, ‘मैं अपराध की प्रक्रिया में उनकी भूमिका के बारे में बताऊंगा. अपराध केवल रिश्वत में मिले 100 करोड़ रुपए का नहीं, बल्कि रिश्वत देने वालों को हुआ फायदा भी शामिल है. यह 600 करोड़ से अधिक था.’ उन्होंने यह भी दावा किया कि सबी वेंडर्स को एक हद तक कैश में दिया गया. एएसजी ने कुछ चैट भी कोर्ट के सामने पेश किए.