चंडीगढ़, पंजाब। कपूरथला के निजामपुर मोड़ गुरुद्वारे में हुई मॉब लिंचिंग मामले में नया मोड़ सामने आ गया है. पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने गुरुद्वारे में बेअदबी के सबूत मिलने से इनकार कर दिया है. बता दें कि बेअदबी का आरोप लगाकर यहां भीड़ ने एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी थी. सीएम चन्नी ने ये बातें चंडीगढ़ में कहीं. उन्होंने कहा कि इसमें हत्या का केस दर्ज किया जा रहा है. इधर CM चन्नी के बयान के बाद पंजाब पुलिस ने गुरुद्वारे के केयर टेकर अमरजीत सिंह को हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है.

अमृतसर और कपूरथला में बेअदबी मामले में दो लोगों की लिंचिंग, आरोपियों के शव की नहीं हो सकी शिनाख्त, देश-विदेश के सिख समुदाय में रोष

 

बता दें कि मॉब लिंचिंग में अमृतसर और कपूरथला में एक-एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी. जिसके बाद राज्य सरकार की काफी किरकिरी हुई. शुरुआत में कपूरथला की घटना को बेअदबी का रूप देने की कोशिश हुई, लेकिन अब मुख्यमंत्री के दावे के बाद साफ हो गया है कि वहां युवक की हत्या हुई थी. चंडीगढ़ में CM चन्नी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि कपूरथला मामले की जांच की गई है, वहां ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि बेअदबी हुई है. कपूरथला में एक व्यक्ति ने पहली मंजिल पर महाराज का स्वरूप रखा हुआ था. यह मामला हत्या का है. अब FIR को संशोधित कर दिया जाएगा.

 

युवक के शव पर मिले तलवारों के 30 कट

कपूरथला में जिस युवक की हत्या की गई, उसके शव पर पोस्टमॉर्टम में तलवार के 30 कट मिले. उसे तलवारों से काटकर बेरहमी से मारा गया. डॉक्टरों के 5 सदस्यीय बोर्ड ने शव का पोस्टमॉर्टम किया. इसमें युवक के गर्दन, सिर, छाती और दाईं जांघ पर गहरे जख्म मिले थे. घटना के बाद युवक का शव लेने के लिए कोई नहीं आया, इसके बाद पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया.

 

वीडियो ने खोली पूरी पोल

इस मामले में असली बात तब पता चली, जब एक जिम कर्मचारी ने उसका वीडियो वायरल किया. इसमें मारा गया युवक मेंटली चैलेंज्ड लग रहा था. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस और सरकार पर सवाल खड़े होने लगे कि कपूरथला मामले को जानबूझकर बेअदबी का रंग दिया गया. वह असल में मॉब लिंचिंग ही थी.