लखनऊ. नगीना सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने आज संसद में मांग की है कि यूपी को चार हिस्सों में बांटा जाए. डॉ. आंबेडकर की Thoughts on Linguistic States किताब का हवाला देते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि उनका भी मानना था कि राज्य छोटे होने से विकास ज्यादा होता है.
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इसके साथ ही एससी-एसटी समाज में वर्गीकरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट का विरोध करते हुए सरकार से इस पर अपना स्टैंड क्लीयर करने की बात कही है. उन्होंने यह भी कहा कि इस जजमेंट को लेकर दलित और आदिवासी समाज में बहुत आक्रोश है.
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चंद्रेशेखर ने कहा कि यूपी सबसे बड़ा राज्य है. इसके बाद भी बजट में उसे कुछ भी नहीं मिला है. यहां पर सबसे ज्यादा 80 सदस्य यूपी से जीत कर आए हैं. यूपी में 25 करोड़ से ज्यादा आबादी है. सरकार पांच किलो राशन दे रही है, लेकिन यह जीवन जीने के लिए काफी नहीं है. जीने के लिए और भी बुनियादी सुविधाओं की जरूरत होती है.
केंद्र सरकार से की मांग
उन्होंने कहा कि जीवन जीने के लिए जो चाहिए उसके लिए सरकार के पास कोई उपाय भी नहीं है. यूपी में भाजपा की सरकार है, लेकिन उसकी विकास गति बहुत धीमी है. हमें यूपी की भाजपा सरकार की चिंता नहीं है, लेकिन यूपी की जनता की चिंता है. ऐसे में मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि यूपी को चार भागों में विभाजित किया जाए.
एससी के लोगों के साथ धोखा – चंद्रशेखर
एससी-एसटी पर जजमेंट को लेकर चंद्रशेखर ने कहा कि सु्प्रीमकोर्ट के जरिए एससी के लोगों के साथ धोखा किया गया है. उन्होने कहा कि अगर एससी या पिछड़े वर्ग में पिछड़ गई जातियों की इतनी ही चिंता है तो जिस तरह से ईडब्ल्यूएस को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, उसी तरह इन जातियों को भी पांच प्रतिशत आरक्षण दिया जा सकता था.
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