दुर्ग. प्रदेश में डेंगू का बढ़ता प्रकोप और लोगों में इसकी दहशत कितनी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुर्ग (शहर) के विधायक अरुण वोरा ने जब एक 10 साल के डेंगू मरीज मासूम को अस्पताल में भर्ती कराया तो मौत का डर उस मासूम में भी दिखा, उसने अपनी मासूमियत से पूछा मेरी जान तो बच जाएगी न

सुभाष चौक बोरसी के रहने वाले धनुषराम साहू के बेटे उमेश को डेंगू हो गया है. वे जब जिला अस्पताल इलाज कराने पिता के साथ पहुंचा तो उसे डॉक्टरों ने खतरे की बात न होने की जानकारी देकर दवाई देकर रवाना कर दिया. अगले दिन मरीज फिर अस्पताल पहुंचा लेकिन इस बार भी उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया बल्कि घर भेज दिया गया.

लेकिन मासूम बच्चे की हालत बिगड़ गई और वे उल्टियां करने लगा. किसी तरह ये जानकारी विधायक अरुण वोरा तक पहुंच गई और वो बिना देरी किए पीड़ित मरीज की मदद करने उसके घर पहुंच गए. वे मासूम को अपनी ही गाड़ी में अपने साथ लेकर जिला अस्पातल ले गए और मासूम को भर्ती कराया साथ ही अस्पताल प्रबंधन को फटकार भी लगाई. मरीज अभी अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज जारी है.