संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। अचानकमार टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन परिक्षेत्र अंतर्गत सुरही में कुछ दिनों पहले तीर धनुष समर्पण अभियान का वनांचल के एटीआर संघर्ष समिति द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है. एटीआर संघर्ष समिति का आरोप है कि बैगा आदिवासियों को प्रतियोगिता के नामपर गुमराह कर तीर धनुष को जमा कराया गया है, जिसे 10 दिनों के भीतर सम्मानपूर्वक वापस नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस मुद्दे पर समिति के सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वनमंत्री मो. अकबर, मुंगेली कलेक्टर सहित विभाग के डीएफओ को लिखित में ज्ञापन सौंपा है.

एटीआर संघर्ष समिति की ओर से की गई शिकायत में बताया गया है कि वन परिक्षेत्र सुरही के तत्कालीन रेंजर मोहन मरकाम ने तीरंदाजी प्रतियोगिता के नाम पर भोले-भाले बैगा, गोंड और उरांव आदिवासियों को धनुष तीर बनाने का निर्देश दिया गया था, जिनके निर्देश में कुछ लोगों ने नए तीर-धनुष तीर बनाे, वहीं कुछ लोग अपने घरों में देवी-देवता पूजा स्थल के पास रखे तीर-धनुष भी जमा कर दिए. प्रतियोगिता खत्म होने पर प्रोत्साहन स्वरूप रेंजर ने इनाम वितरित किया, लेकिन वन विभाग ने बिना कोई जानकारी दिए तीन-धनुष को जमा करा लिया. दूसरे दिन दैनिक समाचार पत्रों में आदिवासियों की ओर से तीर-धनुष का समर्पण करना बताया गया.

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एटीआर संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष पोकल सिंह पनरिया बताते हैं कि केवल तीरंदाजी प्रतियोगिता हुई है, कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह के अलावा एटीआर संचालक जगदीशन, उपसंचालक सत्यदेव शर्मा के साथ अन्य वन अधिकारी व बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए थे. तीर-धनुष का किसी प्रकार का समर्पण नहीं हुआ है. अपनी वाहवाही के लिए वन विभाग की ओर से समाचार पत्रों में झूठी जानकारी दी गई. इससे आदिवासियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है. जिन लोगों से समर्पण करवाया गया है, वे किसी भी प्रकार का शिकार नहीं करते हैं.

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एटीआर संघर्ष समिति के सदस्यों एवं वनांचल के आदिवासियों ने मांग पूरी नहीं होने पर वन परिक्षेत्र रेंज ऑफिस का घेराव करने के साथ अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज करने की चेतावनी दी है. इस पूरे मामले पर अचानकमार टाइगर रिजर्व के डीएफओ सत्यदेव शर्मा का पक्ष जानने उन्हें मोबाइल नंबर में संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. बहरहाल, देखना होगा कि इस पूरे मामले में अचानकमार टाइगर रिजर्व के अधिकारियों के द्वारा कब तक निर्णय लिया जाएगा.

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