विप्लव गुप्ता. पेंड्रा. पेंड्रा रोड के लालपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों से तौलाई के नाम पर लूट मची हुई है. इधर इस बात की शिकायत मिलने के बाद संबंधित विभाग ने किसानों को कार्रवाई करने का फिर झुनझुना थमा दिया. किसानों की मानें तो यहाँ वसूली का पूरा रैकेट चल रहा है. तौलाई के नाम पर प्रति क्विंटल 10 रुपये अवैध वसूली किया जा रहा है. आपको ये 10 रुपये का आंकड़ा काफी कम लगेगा. मगर जरा आप यह समझ लीजिये कि धान केंद्र में रोजाना सैंकड़ों किसानों से हजारों-लाखों रुपये की अवैध उगाही की जा रही है.
कई किसानों ने मीडिया के सामने आकर बयान दिया है कि उनके साथ धान केंद्र में जमकर शोषण किया जा रहा है. खून-पसीने की कमाई के बीज वे जब सही दाम पर बेचने आते हैं. मगर धान केंद्र के बिचौलिए उन्हें पैसा नहीं देने पर कई दिनों तक केंद्र का चक्कर लगवाते हैं. कुछ पीड़ित किसानों ने केंद्र से चक्कर काटने से बचने के लिए पैसे देने की बात भी स्वीकार किया है. वहीं इस मामले पर धान केंद्र प्रभारी का कहना है कि इस तरह की कोई लिखित शिकायत नहीं आई है. यदि किसान समिति की प्रक्रिया से बचने को स्वेच्छा से पैसे दे रहे होंगे तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. शिकायत प्रकाश में आने पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि दो साल पहले इस धान खरीदी केंद्र में 8 हजार क्विंटल कमी के चलते इसे प्रशासन द्वारा भंग कर दिया गया था. बाद में किसानों की स्थानीय सहूलियतों और व्यवस्था के चलते पुनः बहाल किया गया था. बीते सालों में भी इस केंद्र से अवैध उगाही की बात सामने आई थी. अब फिर इस केंद्र में बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं. पूरे प्रकरण को समझते हुए शासन को इस मामले पर तत्काल संज्ञान लेने की जरुरत है. अब देखना होगा कि बिचौलिये कब तक धान समिति प्रबंधन से बचे रहेंगे.