रायपुर. दुर्ग रेंज के पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने आज नक्सल प्रभावित क्षेत्र राजनांदगांव के मानपुर का दौरा किया. आईजी ने मानपुर में पुलिस अधिकारियों की क्लास ली. जीपी सिंह ने बैठक लेकर अफसरों को तीन मुख्य बिन्दुओं पर काम करने की नसीहत दी. आईजी ने क्षेत्र के नक्सल अभियानों के संबंध में बैठक ली तथा भविष्य में होने वाले नक्सल ऑपरेशन की रणनीति पर चर्चा की गई. आईजी ने कहा कि नक्सल रणनीति, सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर और जवानों का मनोबल उक्त तीन बिन्दुओं पर विशेष जोर दिया
नक्सल रणनीति : आईजी ने कहा कि अंतर्राज्यीय सीमाओं में स्थित थानों एवं केन्द्रीय बल से समन्वय स्थापित कर नक्सलियों के खिलाफ गतिविधि तेज होगी. जिन क्षेत्रों में पुलिस की कम सक्रियता है ऐसे क्षेत्रों में सूचनातंत्र को मजबूत करते हुए फोर्स के मूवमेंट को बढाया जाएगा. पुलिस अधिकारियों को तेंदूपत्ता सीजन में नक्सलियों की फंडिंग को रोकने तथा तेंदूपत्ता ठेकेदारों से नक्सलियों द्वारा की जाने वाली अवैध वसूली को रोकने के संबंध में जानकारी दी गई.
सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर : सूचना तंत्र को व्यापक और प्रभावी बनाने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत अंदरूनी क्षेत्रों में सिविक एक्शन की कार्रवाई जैसे खेल गतिविधियां, मेडिकल कैम्प एवं जागरूकता अभियान चलाते हुए ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए.
जवानों का मनोबल : नक्सल अभियान में तैनात जवानों द्वारा क्षेत्र में बेहतर और साहसिक कार्य करने पर इनाम देने की बात कही है. जवानों को तनावमुक्त रखने एवं क्षमताओं में वृद्धि के लिए कैम्प परिसर में मनोरंजन के साधन उपलब्ध हो तथा जवानों को समय पर अवकाश दिया जाए.
आईजी जीपी सिंह ने आगे बताया कि ‘‘नक्सलियों के जनविरोधी कार्यों से लोग भली-भांति परिचित हो चुके हैं. यहां की जनता ने नक्सलियों को नकार दिया है.’’ उन्होने इलाके में सक्रिय नक्सलियों से हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में वापस लौटने की अपील की है. बैठक में पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव, केन्द्रीय बल के अधिकारी एवं जिले के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे.