दिल्ली. कर्नाटक में लंबे समय से जारी उठापटक के बीज शनिवार को तय हो गया कि राज्य में किसकी सरकार होगी. येदियुरप्पा ने आज बिना बहुमत परिक्षण के ही अपना इस्तीफा सौप दिया. इसके बाद जेडीएस नेता ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा कर दिया है. बता दें कि सोमवार को जेडिएस नेता कुमारस्वामी सीएम पद की शपथ लेंगे. लेकिन ये शपथग्रहण समारोह अपने आप में ही दिलचस्प होने वाला है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस यहां अन्य दलों के नेताओं को बुलाकर शक्ति प्रदर्शन करने के मूड़ में है. 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने में जुटी कांग्रेस ने इस मौके के लिए कई दलों को आमंत्रित किया है.
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में बीएसपी प्रमुख मायावती, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, सपा नेता अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, टीआरएस प्रमुख और तेलंगाना के सीएम केसीआर, आंध्र प्रदेश के सीएम और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू, डीएमके नेताओं, राजद नेताओं सहित आरएलडी नेता अजित सिंह को बुलावा भेजा है.
यहां भले ही कांग्रेस का नेता सीएम ना बन पाया हो , पर इस राज्य में बीजेपी के साथ हुई लड़ाई में वह सीएम पद पाने से कहीं बड़ा राजनीतिक संदेश देने में सफल रही है. फिलहाल कांग्रेस के सामने राज्यों में सत्ता पाने से बड़ा लक्ष्य 2019 का है. इसलिए कांग्रेस चाहती है कि वह राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी के खिलाफ गठबंधन का नेतृत्व करती हुई दिखे और इसके लिए वह राज्यों में कुर्बानी देने को भी तैयार है. इसलिए वह कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में किसी को भी नहीं छोड़ना चाहती है.