प्रेम सोमवंशी,कोटा. गांव में एक भालू के घुसने के बाद हड़कम्प मच गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने इस बात की जानकारी तत्काल फॉरेस्ट विभाग सहित पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस तो तत्काल मौके पर पहुंच गई लेकिन फॉरेस्ट विभाग की टीम का कई घंटे तक कोई भी अता-पता नही रहा. लम्बे इंतजार के बाद फॉरेस्ट विभाग की टीम पूरे दल बल के साथ पहुंची और नीडिल गन से भालू को बेहोश कर उसे अपने कब्जे में लिया. बाद में इस भालू को चिड़िया घर छोड़ दिया गया.

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह मजूरपहरी की तरफ से महुआ खाने के चक्कर में भालू भटककर ग्राम गढ़हट के मोहल्ला अमराई में पहुंच गया. जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वनपरिक्षेत्र रतनपुर को दिया लेकिन सूचना मिलने के कई घंटे बाद फॉरेस्ट विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इस बीच गांव में भालू के घुसने की जानकारी पुलिस को भी दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुचंकर ग्रामीणों को भालू से दूर रहने की सलाह दी. जिससे किसी तरह की जनहानि न हो.

इसी बीच कुछ घंटो बाद बिलासपुर रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंच गई और पहुंचते ही इस टीम ने भालू को पकड़ने के लिए रेस्क्यू किया. कई घंटे की मशक्कत के बाद फॉरेस्ट विभाग की टीम ने इस भालू को नीडिल गन से बेहोश कर अपने कब्जे में ले लिया.बाद में पकड़े गये इस भालू को कानन पेंडारी चिड़ियाघर ले जाया गया.

ग्रामीणों का कहना है कि इस दिनों महुआ की पैदावार होती है और इसी महुए को खाने के लिए कई बार भालू मजूरपहरी की पहाड़ी से निकलकर गांव में आ जाते है. बहरहाल फॉरेस्ट विभाग ने समय रहते इस भालू को पकड़कर चिड़िया घर भेज दिया है. यदि यह भालू नहीं पकड़ा जाता हो हो सकता था की इसका गंभीर परिणाम ग्रामीणों को भुगतना पड़ता.